दरभंगा : पूरा जिला कोल्ड डे कंडीशन से गुजर रहा है. बीते 55 साल में इतनी ठंड कभी नहीं पड़ी थी. दस जनवरी को पारा ने छह दशक का नया इतिहास गढ़ दिया. लिहाजा लोग पूरे दिन बदन का खून जमता महसूस करते रहे. आने वाले दिन में ठंड में और इजाफा होने के पूर्वानुमान से लोग सहम गये हैं. खुद के साथ बच्चों की सुरक्षा को लेकर लोगों में चिंता गहरा गयी है. लगातार दूसरे दिन सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो सके. पूरे दिन आसमान में बादल छाया रहा. धुंध की काली चादर सी पसरी रही. दोपहर में भी अंधेरा छाया रहा. शाम ढलते ही ठंड में और इजाफा हो गया. अपनी सांस भी सर्द मालूम पड़ने लगी. अलाव सेवन भी नाकाफी साबित होता रहा.
दिन भर लोग अलाव से चिपके रहे. बावजूद राहत नहीं मिली. दस जनवरी की तिथि में पिछले 55 साल में पारा का ग्राफ इतना नीचे कभी नहीं गया. बुधवार को इस तिथि में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विज्ञान विभाग के विशेषज्ञ वैज्ञानिक डॉ अब्दुल सत्तार के अनुसार इस क्षेत्र में उच्चतम तापमान जहां 9.8 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान 5.5 रहा. उन्होंने बताया कि इस तिथि में सामान्य तौर पर उच्चतम तापमान 22.7 तथा न्यूनतम तापमान 8.2 रहना चाहिए. इससे आज का उच्चतम पारा जहां 12.9 डिग्री कम रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 2.7 डिग्री कम आंका गया. लिहाजा ठिठुरन अधिक महसूस होती रही. इस वजह से बाजार में मकर संक्रांति का पर्व नजदीक आ जाने के बावजूद जहां सन्नाटा पसरा रहा, वहीं सड़कें भी सुनी नजर आती रही.