कमतौल : करवा-तरियानी पंचायत के रजौन गांव में सारामोहनपुर से शादी करने रविवार को आया दूल्हा सोमवार को बिना दुल्हन के परिजनों के साथ घर लौट गया है. दूल्हे के पिता (समधी) द्वारा ली गयी दहेज की राशि दुल्हन के परिजनों को लौटा दिये जाने के बाद सभी को जाने दिया गया. दूल्हे के नाम […]
कमतौल : करवा-तरियानी पंचायत के रजौन गांव में सारामोहनपुर से शादी करने रविवार को आया दूल्हा सोमवार को बिना दुल्हन के परिजनों के साथ घर लौट गया है. दूल्हे के पिता (समधी) द्वारा ली गयी दहेज की राशि दुल्हन के परिजनों को लौटा दिये जाने के बाद सभी को जाने दिया गया. दूल्हे के नाम से खरीदी गयी बाइक और कई अन्य सामग्री के बदले में पैसे ही वापस लिये गये. बताया जाता है कि दूल्हा पहले से शादीशुदा था. साथ ही उसकी उम्र दुल्हन से काफी अधिक थी.
इस बात का पता दुल्हन के परिजनों को शादी से तीन दिन लगा और फिर शादी नहीं करने का निर्णय लिया गया. चालाकी से दुल्हन के परिजनों ने दूल्हे के परिजनों को शादी नहीं करने की जानकारी नहीं दी. रविवार की दोपहर शादी होना था. सज धज कर दूल्हे राजा और बराती रजौन गांव पहुंचे.
बरात आने के बाद लड़की के परिजनों ने शादी नहीं होने और ली गयी रकम वापस करने की बात कही. यह सुनते ही दूल्हा समेत बरातियों की हालत खराब हो गयी.
महिलाओं ने तय की थी शादी
ग्रामीणों का कहना है कि दोनों पक्ष की महिलाओं ने ही यह शादी तय की थी. शादी से पहले एक बाइक और नकद रुपये लड़का पक्ष को दिये गये थे. लड़के की पहले दो शादी होने के साथ अधिक उम्र की जानकारी मिली तो बरात लौटा देने का निर्णय लिया गया. दहेज की रकम वसूल किये जाने को लेकर लड़का पक्ष को यह जानकारी नहीं दी गयी. शादी से इनकार करने और ली गयी रकम को वापस किये जाने के विवाद का निबटारा करने सोमवार को सारा मोहनपुर की मुखिया मुन्नी खातून, सरपंच अशोक कुमार यादव सहित कई ग्रामीण रजौन पहुंचे. स्थानीय पूर्व मुखिया आफाक आलम, भवनाथ झा सहित कई प्रमुख इस तरफ से उपस्थित थे. बाइक समेत दहेज मद में दिये गये अन्य सामान की कीमत व नकद राशि वापस किये जाने के बाद दोनों पक्षों की रजामंदी से विवाद का निबटारा कर दिया गया. इसके बाद दूल्हा और उसके परिजन वापस चले गये.