जाले : स्थानीय अंचलाधिकारी ने बाढ़ राहत के लिए प्रदर्शन करनेवाले 55 लोगों पर थाने में प्राथमिकी करायी है. इसमें दस लोगों को नामजद किया गया है. इनमें ढाई दर्जन महिलाओं को भी आरोपित किया गया हैं. सीओ ने बीती देर रात स्थानीय थाना में आवेदन दिया है. इनमें दोघरा पंचायत के चंदरदीपा गांव निवासी कासीम का पुत्र जहांगीर एवं नाजीम, फैजुल्लाह का पुत्र फरमान, स्व. भोला नद्दाफ का पुत्र जहांगीर, शमीम का पुत्र वसीम, रऊफ का पुत्र शौकत एवं अब्बास की पत्नी जरीना खातून, तेतर कुरैशी की पत्नी अंसरी खातून, तस्लीम की पत्नी सैमुल निशा तथा चकमिल्की निवासी स्व. जगदीश साह का पुत्र अवधेश साह सहित दोघरा पंचायत के 30 अज्ञात महिला एवं 25 पुरुष को आरोपित किया है.
साथ ही, इन सबके विरुद्ध सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेत्तर कार्रवाई करने को कहा है. उन्होंने अपने आवेदन के माध्यम से बताया है कि विगत नौ अक्तूबर को वे अपने अधीनस्थ कर्मचारी के साथ बैठक कर सरकारी कार्य का निष्पादन कर रहे थे कि इसी बीच उपरोक्त सभी कार्यालय में जबरन घुस कर हल्ला-हंगामा करने लगे.
उनके लाख समझाने पर जब वे लोग नहीं माने, तो अंचल गार्ड एवं स्थानीय थाना की पुलिस बुलाकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया. इस वजह से कार्यालय में अफरा-तफरी मच गयी और सभी सरकारी कार्य बाधित हो गया. उन्होंने बताया कि वे इस आशय की सूचना दूरभाष पर जिलाधिकारी को भी दी.
उन्होंने सभी पर कार्यालय के सरकारी कार्यों में गलत मानसिक से बाधित करने, कार्यरत कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार करने के साथ राहत के संदर्भ में आम लोगों के बीच गलत संदेश प्रचारित करने का आरोप लगाया. थानाध्यक्ष उमेश कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए एएसआइ शिवनाथ प्रसाद यादव को अनुसंधान का कार्य सौंप दिया गया है.