दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय में छात्रावास समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ सर्व नारायण झा ने साफ शब्दों में कहा कि जरूरतमन्द छात्रों को यथासम्भव छात्रावास की सुविधा दी जाएगी, लेकिन अवैध रूप से कब्जा जमाए छात्रों को हर हाल में छात्रावास खाली करना ही होगा. इसके लिए वीसी ने छात्र कल्याण अध्यक्ष डॉ शिवाकांत झा को निर्देशित किया है
कि ऐसे छात्रों को तीन दिनों के भीतर छात्रावास खाली करने का अल्टीमेटम दें. अगर छात्र इसपर भी कमरा खाली नहीं करते हैं तो मामला पुलिस को भेज दिया जाएगा. पीआरओ निशिकांत ने बताया कि छात्रों की कुलपति डॉ झा ने कहा कि अनुशासन में कोताही से व्यव्यस्था बिगड़ती है. सभी छात्रावास अधीक्षकों व वार्डेन से वीसी ने इसे गम्भीरता से लेने को कहा.
छात्रावास में शुरू की जाएगी मेस की व्यवस्था: छात्रावास संख्या-तीन में मेस की व्यवस्था करने तथा इसके संचालन की पूरी जिम्मेदारी छात्रों के हाथों में देने को कहा गया. इस कार्य को और सुलभ बनाने के लिए डीन, अधीक्षक एवं वार्डेन के संयुक्त नेतृत्व में छात्रों की एक संचालन कमेटी गठित की जाएगी. यही कमेटी मेस को हेंडिल . रसोइया व जरूरी बर्तन विश्वविद्यालय मुहैया कराएगा. मेस में भोजन पर खर्च होनेवाली राशि खुद छात्र वहन करेंगे. आम सहमति इस पर भी बनी कि छात्र हित में छात्रावास-तीन से ही अन्य सभी छात्रावासों के बच्चों को जोड़कर मेस का संचालन किया जा सकता है.
30 माह पूरा कर चुके शोधार्थियों को खाली करना होगा छात्रावास
इसके अलावा जिन शोधार्थियों का छात्रावास में 30 माह बीत गया है, उन्हें भी छात्रावास खाली करना होगा. प्रारम्भिक अवस्था में यह अवधि छह माह की होगी. वहीं एक नए समर्सिबल पम्प की व्यवस्था कर उसी से सभी छात्रावासों की पानी टंकियों को जोड़कर जल आपूर्ति की जाएगी. बिजली बिल कम करने के लिए फैसला हुआ कि छात्रावास में सीएफएल बल्ब की नए सिरे से आपूर्ति की जाए. बैठक में डीन डॉ शिवाकांत झा, डॉ चौठी सदाय, डॉ शिवलोचन झा, डॉ पवन कुमार झा, डॉ श्रवण चौधरी, डॉ सत्यवान कुमार, डॉ रीता सिंह, डॉ ऋद्धिनाथ झा, डॉ रामनंदन झा आदि मौजूद थे.