वित्तरहित कर्मियों को अपमानित कर रही राज्य सरकार
Advertisement
प्रदर्शन करते भाकपा माले के कार्यकर्ता.
वित्तरहित कर्मियों को अपमानित कर रही राज्य सरकार सरकार की नीति व प्रबंधन की मनमानी के कारण परेशान हैं वित्त रहित शिक्षक फर्जी दस्तावेज पर शैक्षणिक संस्थानों को मान्यता देने में सरकार व विभाग के पदाधिकारी भी दोषी बेतिया : राजकुमार शुक्ल कालेज चनपटिया के प्रांगण मेंं जिले के वितरहित कर्मियों की बैठक संघ के […]
सरकार की नीति व प्रबंधन की मनमानी के कारण परेशान हैं वित्त रहित शिक्षक
फर्जी दस्तावेज पर शैक्षणिक संस्थानों को मान्यता देने में सरकार व विभाग के पदाधिकारी भी दोषी
बेतिया : राजकुमार शुक्ल कालेज चनपटिया के प्रांगण मेंं जिले के वितरहित कर्मियों की बैठक संघ के अध्यक्ष बी एन झा की अध्यक्षता मेंं हुई. मुख्य अतिथि के रुप में एमएलसी प्रत्याशी प्रो परवेज आलम उपस्थित थे। बैठक का संचालन प्रो शम्भू आलोक ने किया. बैठक को प्रो. सुनील कुमार, प्रो. जफर एमाम, प्रो.मार्कण्डेय राय, प्रो.शौकत अली, प्रो. एस के तिवारी, प्रो. अख्तर हुसैन ,मुरारी सहित अन्य कर्मियों ने सम्बोधित किया.
बैठक को संबोधित करते हुए प्रो परवेज आलम ने सभी कर्मियों से आहृवान किया कि अगर सरकार को हमारा सर्मथन चाहिये, तो हमारे मान सम्मान को रखना होगा. उन्होंने कहा कि सरकार के नीति और प्रबंधन के कुरितियों के कारण कर्मी बदहाल है. इनकी हालत सुधारने के बजाय शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग इनके अस्तित्व समाप्त करने पर तुली है. ये सभी जानते है कि सम्बद्धता प्रदान करना शिक्षा विभाग का काम है और सरकार द्वारा निरीक्षण कर सारी जानकारी लेने के बाद जो कलेज सारी शतोंर् को पूरा करता है उसी को सरकार संबद्धता प्रदान करती है.
अब फर्जी दस्तावेज पर मान्यता मिली इसके दोषी सरकारी तंत्र और प्रबंधन है. इसमें कर्मियों का कोई दोष नहीं उन्होने ऐसे संस्थानों में इस उम्मीद पर योगदान किया कि इन संस्थानों को सरकार ने मान्यता प्रदान किया है और उन्हे पूर्ण रुप से सरकारीकरण होने कि उम्मीदें थी . आज जब वितरहित शिक्षा कर्मी उम्र के अंतिम पड़ाव पर है. भूखे पेट रहकर शिक्षा देते रहे उन्हे सम्मान देने के बजाए सरकार उन्हे अपमानित करने का काम कर रही है. 2016 के परीक्षा से इन्हे वंचित कर प्राइमरी माध्यमिक आंगनबाड़ी सेविका से परीक्षा मेंं वीक्षण का कार्य कराया गया जिसका परिणाम सभी ने देखा.
आज जो इन संस्थाओं में व्याख्याता है उनकी योग्यता कम से कम एमए पास है फिर भी शिक्षा मंत्री ने इनको नीचा दिखाने का काम किया. हमारे संसाधन इनके प्रयोग के लिये चाहिये परंतु कर्मी नहीं. जबकि इन संसाधनों को पूरा करने में सरकार का कोई योगदान नही ये सभी संसाधन कर्मियों के खून पसीना का परिणाम है इसके विरुद्ध हम आंदोलन करेंगे सरकार शिक्षा के क्षेत्र में फेल है. हमारा लम्बित अनुदान नही मिल रहा है. मदरसा शिक्षक का भुगतान नही हो पा रहा है. प्रो सुनील कुमार ने सभी कलेज कर्मियों से अनुरोध किया कि वे आपसी विवाद को दुर कर अपने संस्था के विकास पर ध्यान दे. प्रो भरत दूबे ने आगत सदस्योंका धन्यवाद ज्ञापन किया.
19 जनवरी को धरना देंगे वित्तरहित शिक्षाकर्मी
आगामी 19 जनवरी को अपनी मांगों एवं सम्मान का हक लेने के लिए वितरहित शिक्षा कर्मी समाहरणालय पर धरना देंगे. वितरहित शिक्षकों के नेता प्रो़ सुनील कुमार ने बताया कि शिक्षक बेचकर अब किसी भी कीमत पर काम नहीं करेंगे. हम अपनी मांगो को लेकर आगामी 19 जनवरी को समाहरणालय पर धरना देंगे. इसके बाद भी यदि सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement