28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

इंदिरा गांधी के विचारों से सीख लेने की जरूरत

पूर्व पीएम के तैल चित्र पर माल्यार्पण करते जिला अध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा व अन्य जन्म दिवस पर कांग्रेस की ओर से शताब्दी समारोह का आयोजन बेतिया : कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के त्याग, तपस्या, सादगी और समर्पण को भुलाया नहीं जा सकता. उनके जीवन […]

पूर्व पीएम के तैल चित्र पर माल्यार्पण करते जिला अध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा व अन्य

जन्म दिवस पर कांग्रेस की ओर से शताब्दी समारोह का आयोजन
बेतिया : कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के त्याग, तपस्या, सादगी और समर्पण को भुलाया नहीं जा सकता. उनके जीवन से हमें सीख लेनी चाहिए.
उन्होंने देश को मजबूत और सशक्त बनाने के लिए कई अभूतपूर्व काम किये, जिसे देश भुला नहीं सकता. उनका जन्म 19 नवंबर 1917 में हुआ था. वे नगर के केदार आश्रम तिलक मैदान के सभागार में शनिवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.
मौका था पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के जन्म दिन का. इस अवसर पर शताब्दी समारोह का आयोजन भी किया गया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया. इस मौके पर महमूद आलम खान, म. कमाल नीतीश कुमार पाठक, म. हसन, नमीर असलम उर्फ मुन्ना, महम्मद अयूब, वकीलुर्ररहमान खान, जितेन्द्र कुमार गुप्ता, म. युसुफ, अभय जायसवाल, रोबिन अंथोनी म. इरशाद, शुभम कुमार, इस्तेयाक अहमद, महम्मद, सफीक, महम्मद शाहीद, रामानंद प्रसाद समेत अन्य मौजूद रहे.
बाक्स में खबर : इंदिरा और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पर परिचर्चा आयोजित
बेतिया : नगर के नयाटोला स्थित सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जन्म शताब्दी वर्षगांठ पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया.
सर्वधर्म प्रार्थना से आरंभ इस कार्यक्रम में दोनों के तैल चित्र पर माल्यार्पण के बाद उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया. वक्ताओं ने राष्ट्रीय आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी और बहादुरी की सराहना की गयी. फाउंडेशन के सचिव एजाज अहमद ने बताया कि इंदिरा गांधी का जन्म जन्म 19 नवंबर 1917 में हुआ था जबकि रानी लक्ष्मी बाई का जन्म 19 नवंबर 1928 को वाराणसी में हुआ था. मौके पर मुकेश कुमार, शंभू शरण शुक्ला, शहनवाज अली, रेयाज अहमद, नवेन्दु चतुर्वेदी, इस्तेयाक अहमद, कैशर अली, नीरज गुप्ता, शाहीन प्रवीण मौजूद रहे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें