धंधा. नशे के आदी युवक वारदात को दे रहे अंजाम, शराबबंदी के बाद भी नहीं थमा मदहोशी का कारोबार
Advertisement
वरदी की शह पर यहां भी ”उड़ता चंपारण”!
धंधा. नशे के आदी युवक वारदात को दे रहे अंजाम, शराबबंदी के बाद भी नहीं थमा मदहोशी का कारोबार शराबबंदी का कड़ा कानून बनने के बाद भी कारोबारियों में इसका तनिक भी खौफ नहीं है़ खौफ होता तो शराब की एक बूंद भी नहीं मिलती, लेकिन यहां तो हर रोज शराब जब्त हो रही है. […]
शराबबंदी का कड़ा कानून बनने के बाद भी कारोबारियों में इसका तनिक भी खौफ नहीं है़ खौफ होता तो शराब की एक बूंद भी नहीं मिलती, लेकिन यहां तो हर रोज शराब जब्त हो रही है. छापेमारी भी हो रही है़ बावजूद इसके शराब बिक रही है़
बेतिया : नशे के गिरफ्त में आ चुके पंजाब की जो दास्तां हाल ही में रिलीज हुए फिल्म उड़ता पंजाब में दिखाई गयी है़ कमोवेश वैसी ही हालत पश्चिम चंपारण में भी दिख रही है़
कहने को शराबबंदी है, लेकिन शहर में रेलवे स्टेशन से लेकर हर प्रमुख चौक पर शराब मिलने के दावे हर जुबां से की जा रही है़ स्मैक, नशीली गोलियां, भांग, गांजा का कारोबार बढ़ा है़ इस कारोबार में लगे लोग तीन गुना से अधिक मुनाफा कमा रहे है़ ऐसी बात नहीं है कि पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है, बल्कि यह जगजाहिर है़ हालांकि अप्रैल माह में शराबबंदी कानून लगने के बाद से पुलिस की सख्ती से शराब बंद हो गये थे़ लेकिन, ज्यो-ज्यो वक्त बीत रहा है, जिम्मेवार पुलिस सुस्त होती जा रही है़ नतीजा तस्कर इसका भरपूर फायदा उठा कर अपना कारोबार तेज कर लिया है़
हालात यूं हैं कि अमूमन हर माह में शराब के पकड़े जाने के मामले में दोगुने से अधिक इजाफा हुआ है़ हालांकि पुलिस व उत्पाद विभाग लगातार कार्रवाई के दावे कर रही है़ लेकिन आंकड़े तस्दीक करें तो तस्वीर बिलकुल साफ है़ आंकड़े भी पुलिस के हैं, दावे भी पुलिस के है़ं लेकिन यह आंकड़े शराब के बढ़े कारोबार की पुष्टि जरूर कर रहे है़ं
केस एक: शहर में आतंक का पर्याय बना रॉयल ग्रुप भी शराब के कारोबार में जुटा था़ खुलासे के वक्त खुद पुलिस ने इसे स्वीकार किया कि रॉयल ग्रुप नेपाल से शराब मंगवाकर शहर में इसे खपाता था़
केस दो: शहर के जनता सिनेमा चौक स्थित भोला जी होटल से पुलिस ने शराब के साथ एक युवक को पकड़ा था. पुलिस ने इसके लिए स्ट्रिंग किया था़ जिसमें होटल कर्मी अधिक दाम पर शराब मुहैया कराते पकड़ा गया था़
यहां से आ रही शराब
रुट एक: शराब आने का सबसे आसान रुट ट्रेन है़ ट्रेनों में शराब को लेकर कोई जांच नहीं हो रही है़ नतीजा तस्कर इसका भरपूर फायदा उठा रहे है़ं यूपी से ट्रेनों के रास्ते शराब की खेप शहर में आ रही है़ रेलवे के एक अफसर ने भी स्टेशन पर शराब मिलने का दावा मीडिया से बातचीत में किया है़
रुट दो: शहर में शराब की खेप आने का दूसरा रास्ता गंडक है़ नाव के जरिए यूपी से शराब बैरिया के दियारा इलाके में आ रही है़ फिर इसे शहर में जगह-जगह पहुंचाया जा रहा है़
शहर में शराब के कुछ ठिकाने : कृश्चन क्वार्टर, बसवरिया, अम्बेडकरनगर, नौरंगाबाग, छावनी, स्टेशन चौक, संतघाट, चेक पोस्ट, खिरियाघाट
शराब बेचने के ये हैं तरकीब: तरकीब एक: तू डाल-डाल, मैं पात-पात की तर्ज पर तस्कर इसमें जुड़े है़ं सूत्र बताते हैं कि कोल्डड्रिंक की बोतल में शराब मुहैया करायी जा रही है़ हालांकि शराब उन्हें ही दिया जा रहा है, जो परिचित हैं. इसमें तीना गुना पैसा लिया जा रहा है़ तरकीब दो: शहर में इसका पूरा रैकेट बन चुका है़ गुप्त तरीके से यह रैकेट कार्य कर रहा है़ फोन करने पर शराब की डिलीवरी घर पर की जा रही है़ हालांकि डिलीवरी सिर्फ भरोसेमंद ग्राहक को किया जा रहा है़
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement