ओटी के दरवाजे तोड़े िकया हंगामा
मासूम के िसर से उठा ममता का साया
रीना देवी के मौत होने के बाद दो मासूम बच्चों के सर से ममता का साया उठ गया. रीना देवी अपने पीछे बड़े पुत्र पांच साल व छोटा पुत्र दो साल को छोड़ गयी है. जबकि अस्पताल में बड़ा पुत्र का हाल रो-रोकर बुरा हो गया है. मां-मां कह कर पुत्र रो रहा था. लेकिन उसे चुपाने वाला उस समय कोई नहीं मिला.
एसडीओ ने क्लीनिक काे किया था सील
संजीवनी क्लिनिक में नौतन के एक महिला की मौत इलाज के दौरान होने के मामले में तत्कालीन एसडीएम दीपक आनंद ने जांच कर संजीवनी क्लिनिक को सील भी किया था. उसके बाद यह मामला कुछ दिनों तक चर्चा में रहा.
नर्सिंग होम की जांच के लिए टीम गठित : बेतिया. सिविल सर्जन ने निजी नर्सिंग होम की जांच के लिए टीम गठित की है. टीम में डा किरण शंकर झा,
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को शामिल किया गया है. सीएस ने कहा कि टीम के सदस्यों द्वारा शहर में संचालित सभी नर्सिंग होम व क्लिनिक की जांच की जायेगी.जांच में कोई भी कमी पायी जाती है इसके विरोध सदस्यों द्वारा स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.
शहर के संजीवनी क्लीनिक में महिला की मौत से गुस्से में थे परिजन
परिजनों ने डाॅ डीपी सिंह पर लगाया इलाज में लापरवाही का आरोप
आक्रोशितों ने की ओटी में तोड़फोड़, सूचना के बाद भी नहीं पहुंची पुलिस
बेतिया : शहर के चर्च रोड स्थित संजीवनी क्लिनिक में रविवार को एक महिला मरीज की मौत होने पर परिजन भड़क उठे. डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर सभी ने ओटी में तोड़फोड़ शुरू कर दी.
आक्रोशितों ने ऑपरेशन थियेटर की बेड, टेबल, उपकरण, कैमरे, शीशा, दरवाजा आदि तोड़ दिया और हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे को देखते ही क्लीनिक के डॉक्टर व कर्मी फरार हो गये. सूचना के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंच सकी, स्थानीय लोगों ने पहल कर मामले को शांत कराया.
जानकारी के अनुसार श्रीनगर थाना क्षेत्र के बगही बघंबरपुर गांव निवासी धर्मेंद्र प्रसाद की पत्नी रीना देवी (25) को परिजनों ने अपेडिक्स के ऑपरेशन के लिए शनिवार को संजीवनी क्लिनिक में भरती कराया था. जहां क्लिनिक के संचालक डा. डीपी सिंह द्वारा महिला का शनिवार की शाम ऑपरेशन किया गया.
ऑपरेशन होने के बाद से ही महिला की स्थिति बिगड़ने लगी. परिजनों ने इसकी सूचना बार-बार डॉक्टर को दी. आरोप है कि डॉ. सिंह ने इलाज में लापरवाही बरती, इससे रीना की रविवार की सुबह मौत हो गयी. इधर, मौत की सूचना मिलते ही परिजन भड़क गये और तोड़फोड़ शुरू कर दी. इस संबंध में डा. डीपी सिंह ने कहा कि महिला की स्थिति ऑपरेशन के पहले ही गंभीर थी. जिस कारण महिला की मौत हो गयी.
घटनास्थल पर नहीं पहुंची पुलिस
संजीवनी क्लिनिक में महिला की मौत होने के बाद भी पुलिस क्लिनिक में नहीं पहुंची जिसके कारण आक्रोशित लोगों द्वारा क्लिनिक परिसर में घंटों तोड़-फोड़ करते हुए डॉक्टर के विरोध नाराबाजी करने लगे.