शराबबंदी की पूर्व संध्या यादगार हो गयी. पहली बार शराब की दुकानों पर एमआरपी से कम कीमत में बिक्री हुई. बम्पर धमाका के ऑफर दिये गये. काउंटर लगाया गया. देसी शराब की भठ्ठियों पर लूट मची रही.
Advertisement
शराब दुकानों पर मची रही लूट, 130 वाली मिली 100 में
शराबबंदी की पूर्व संध्या यादगार हो गयी. पहली बार शराब की दुकानों पर एमआरपी से कम कीमत में बिक्री हुई. बम्पर धमाका के ऑफर दिये गये. काउंटर लगाया गया. देसी शराब की भठ्ठियों पर लूट मची रही. स्थान: शहर का हरिवाटिका चौक स्थित देसी शराब की दुकान. समय: गुरुवार की दोपहर के दो बजे. बेतिया […]
स्थान: शहर का हरिवाटिका चौक स्थित देसी शराब की दुकान.
समय: गुरुवार की दोपहर के दो बजे.
बेतिया : शौकीनों की भीड़ लगी थी. साइकिल, बाइक के अलावे लोग रिक्शा से भी दुकान पर पहुंचे थे. अगल-बगल के चिखना की दुकानों के चुल्हे धधक रहे थे. शराब की काउंटर पर कतार लगी थी, तो परिसर में बैठ कर लोग मजे से अंतिम दिन की देसी शरा का मजा लेते दिखे. लेकिन, जुबां पर बस शराब के बंद होने का चर्चा चलता रहा. जबकि स्टेशन चौक स्थित देसी शराब भठ्ठी का दोपहर को ही शटर गिर गया.
देसी व विदेशी का सेल, मची थी लूट : देसी व विदेशी शराब का सेल ही लग गया था. दुकानों में रैंक में रखी गयी शराब की बोतलों को काउंटर पर रख सेल लगा दिया गया था. आठ बजे के बाद तो मानो शहर इन शराब की दुकानों पर टूट पड़ा था.
देसी शराब का सेवन करने वाले लोग भी विदेशी शराब के दुकानों पर नजर आ रहे थे. एक बोतल खरीदने वाले लोग भी तीन-चार बोतल खरीद कर स्टॉक करने में लगे थे. शराब की दुकानों पर पैर रखने की भी जगह नहीं थी.
मीना बाजार, विश्वामित्र मार्केट, स्टेशन चौक, छावनी आदि जगहों पर तो मेला जैसा दृश्य बन गये थे. कुछ ही घंटों के अंदर कई शराब दुकानों के शटर भी गिर गये. खरीदारों की संख्या के आगे शराब के स्टॉक ही खत्म हो गयी.
पूरे दिन पुलिस लगाती रही गश्त, शराब दुकानों रही नजर : देसी शराब बिक्री के अंतिम दिन होने के कारण शहर से लेकर गांव के चौक-चौराहों के शराब दुकानों पर लोगों भीड़ उमड़ पड़ी थी. पुलिस भीड़ बढ़ने के लिए पूरी तरह से चौकस थी. हर चौक-चौराहों पर पुलिस गश्ती दल तैनात थे. वही दुकानों पर कोई हंगामा व तोड़फोड़ जैसी घटना नहीं हो इसको लेकर भी चौकसी बरती जा रही थी. कहीं भी किसी तरह के हंगामा या किसी घटना की खबर मिली. शाम होते ही पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम देसी शराब की दुकानों पर कैंप कर गयी.
नहीं चालू हुआ नशा मुक्ति केंद्र : जिले के एमजेके हॉस्पिटल में शराब बंदी से पहले ही नशा मुक्ति चालू होना था. लेकिन 31 मार्च को यह नशा मुक्ति केंद्र नहीं शुरू हो सका. इसके कारण कोई मरीज नहीं पहुंचे. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि 1 अप्रैल से नशा मुक्ति चालू हो जायेगा. इसका उद्घाटन डीएम करेंगे. उन्होंने बताया कि इस केंद्र में दो डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति रहेगी जो मरीजों का इलाज करेंगे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement