नरकटियागंज : नेपाल में चल रहे मधेशी आंदोलन के कारण सीमा पर पेट्रौल डीजल की तस्करी परवान पर है़ तस्करों के साथ साथ पेट्रौल पंप मालिकों की भी इन दिनों चांदी कट रही है़ जितना पेट्रौल एवं डीजल एवं एक सप्ताह में बेचते थे अब एक दिन में बेंच रहे हैं. प्रतिदिन भारतीय क्षेत्र में स्थित पेट्रौल पंपों से लाखों लीटर डीजल नेपाल भेजा जा रहा है़
तस्करी के इस धंधे में सीमावर्ती क्षेत्र के युवाओं के साथ साथ नरकटियागंज, रामनगर एवं सिकटा के युवक भी शामिल हैं. नरकटियागंज के कई ऐसे व्यवसायी हैं जिनका मुख्य पेशा इन दिनों डीजल एवं पेट्रौल की तस्करी बना हुआ है़ इनमें अधिकांशत: वे व्यवसायी शामिल हैं जो इससे पहले धान की तस्करी करते थे़ दर्जनों व्यवसायी इन दिनों स्थायी रूप से नेपाल में रह रहे हैं.
तस्करी के माध्यम से यहां से जो डीजल पेट्रौल नेपाल पहुंच रहा है वहां वे उसे इकठ्ठा कर वहां के व्यवसायी से मुंहमांगी कीमत पर बेंच रहे हैं. एसएसबी के तीन दिनों की कार्रवाई में लगभग 3000 लीटर डीजल के साथ साथ 5 दर्जन युवकों को उनके बाइक एवं साइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया जो यह साबित करता है कि सीमा पर डीजल एवं पेट्रौल की तस्करी रूकने के बजाय बढी है़ तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई का दावा पुलिस एवं एसएसबी विगत एक माह से कर रही है़
लेकिन एक बार एम्बुलेंस के साथ डीजल की बरामदगी को छोड़ दें तो प्रशासन अब तक सिर्फ छोटे छोटे तस्करों को पकड़ने में ही सफल हुयी है़ जब कि सीमा से प्रतिदिन दर्जनों बड़े वाहन अधिकारियों की मिली भगत से डीजल एवं पेट्रौल ले कर नेपाल जा रहे हैं. अनुमंडल पदाधिकारी अरविन्द मंडल का कहना है कि तस्करी पर रोक लगाने के लिए पेट्रौल पंपों को आवश्यक निर्देश दे दिये गये हैं. तस्करी में जिन पेट्रौल पंपों की संलिप्तता पायी जायेगी उन पर कार्रवाई की जायेगी़