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किंग कोबरा के काटने से तेंदुए की मौत
ग्रामीणों ने सुबह में सड़क किनारे पड़ा देखा शव, जांच में जुटे वन अधिकारी बगहा/हरनाटांड़ (प चं) : वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के जंगल में विषैले सांप (किंग कोबरा) के काटने से एक तेंदुए (नर) की मौत हो गयी. मंगलवार की सुबह में हरनाटांड़ वन क्षेत्र के महदेवा गांव के समीप एक जंगली रास्ते से तेंदुए […]
ग्रामीणों ने सुबह में सड़क किनारे पड़ा देखा शव, जांच में जुटे वन अधिकारी
बगहा/हरनाटांड़ (प चं) : वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के जंगल में विषैले सांप (किंग कोबरा) के काटने से एक तेंदुए (नर) की मौत हो गयी. मंगलवार की सुबह में हरनाटांड़ वन क्षेत्र के महदेवा गांव के समीप एक जंगली रास्ते से तेंदुए का शव बरामद किया गया. डीएफओ अमित कुमार ने बताया कि तेंदुए की मौत विषैले सांप के काटने से हुई है. उसके दोनों पैर में सांप के डंसने के निशान हैं.
ऐसा लगता है कि रात में भ्रमण के दौरान सांप ने काट लिया, जिससे उसकी मौत हो गयी. शव को पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया गया.
डीएफओ ने बताया कि ग्रामीणों ने सुबह में तेंदुए को सड़क के किनारे मृत पाया. इसकी सूचना वन विभाग को दी. महदेवा से कुनई चिउटाहा जाने वाले सड़क के किनारे से तेंदुए का शव बरामद किया गया. मौके पर हरनाटांड़, वाल्मीकिनगर, चिउटाहां के रेंजर विनोद कुमार शर्मा, मदनुपर के रेंजर अनंत कुमार, इको विकास समिति के हरिहर काजी समेत अन्य वन कर्मी मौजूद थे.
पोस्टमार्टम के बाद तेंदुए के शव का अंतिम संस्कार वन विभाग के मतराजी पौधशाला के परिसर में किया गया. तेंदुए को मुखागिA रेंजर विनोद कुमार शर्मा ने दी. पशु चिकित्सक डॉ राकेश कुमार ने बताया कि करीब पांच बजे सुबह में तेंदुए को सांप ने काटा था. इस वजह से उसकी मौत हुई है.
तेंदुए के पगमार्क की जांच
तेंदुए की लंबाई करीब 177 सेमी है. ऐसा लग रहा है कि वह जंगल से निकल कर गांव की ओर आने की कोशिश में था. इसी दौरान सांप ने काट लिया. संभव है कि सांप के काटने के बाद तेंदुए ने प्राण रक्षा के लिए गांव की ओर का रुख किया था और जंगल के सर्विस रोड को पकड़ कर महदेवा गांव की ओर आ रहा था. तभी सांप के विष ने असर दिखाया और मुख्य सड़क के किनारे उसकी मौत हो गयी. वन विभाग के अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं. वन कर्मियों को तेंदुए के पग मार्क की जांच करने के लिए लगाया गया है.
तड़पने के बाद निकली जान
जिस जगह से शव को बरामद किया गया है. वहां तेंदुए के छटपटाने के भी निशान हैं. अगल – बगल में जमीन पर तेंदुए के मग मार्क मिले हैं. ऐसा लगता है कि सांप के काटने के बाद तेंदुए ने भागने की कोशिश की थी. लेकिन यहां आते – आते उसका साहस जवाब दे गया. चिकित्सक ने बताया कि सांप के काटने के करीब एक घंटे के अंदर तेंदुए की मौत हो गयी है. ऐसा लगता है कि सुबह पांच बजे के आसपास तेंदुए को सांप ने डंसा था.
गुप चुप तरीके से जलाने पर उठे सवाल
पर्यावरण एवं जीव जंतुओं के सुरक्षा तथा संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान चलाने वाली एक संस्था के संयोजक रमेश प्रसाद का कहना है कि जिस तरह तेंदुए की मौत के मामले में वन अधिकारियों ने गोपनीयता बरती , उससे लगता है कि कहीं न कहीं तेंदुए की मौत का कोई अन्य कारण है.
चिकित्सक के मुताबिक पांच बजे तेंदुए को सांप ने काटा. सुबह आठ बजे के आसपास वन कर्मी पहुंचे. आनन फानन में पोस्टमार्टम करा कर शव को जला दिया गया. जब वन अधिकारी वहां पहुंचे तो मौके से गांव के लोगों को हटा दिया गया. उन्होंने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.
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