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हड़ताली शिक्षकों ने की बीआरसी में तालाबंदी
बगहा : बिहार नियोजित शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में समान काम के बदले समान वेतन की मांग के समर्थन में हड़ताल के 26 वें दिन भी नियोजित शिक्षक बगहा दो बीआरसी में ताला बंद करते हुए हड़ताल पर बैठे रहे. जिसकी अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष अभय सिंह ने किया. जबकि संचालन रविरंजन शुक्ला ने किया. प्रखंड […]
बगहा : बिहार नियोजित शिक्षक महासंघ के तत्वावधान में समान काम के बदले समान वेतन की मांग के समर्थन में हड़ताल के 26 वें दिन भी नियोजित शिक्षक बगहा दो बीआरसी में ताला बंद करते हुए हड़ताल पर बैठे रहे. जिसकी अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष अभय सिंह ने किया.
जबकि संचालन रविरंजन शुक्ला ने किया. प्रखंड अध्यक्ष नीरज यादव व अनिल सिंह ने कहा कि सरकार जब तक वेतनमान की घोषणा नहीं करती है तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा. सचिव पवन कुमार एवं उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता शैलेश कुमार पासवान ने कहा कि जब तक वेतनमान नहीं मिलेगा , तब तक कोई काम नहीं होगा. मौके पर ब्रजेश कुमार, मिथिलेश शुक्ल, अरविंद कुमार, नीलम कुमारी, आरती गुप्ता, शंकर सरकार, पिंटू , निभा, पुष्पा, महेश काजी, श्रीकांत यादव, विजय, शशि कुमार, पुष्पांजलि, रमेश मिश्र, हरेंद्र कुमार, हरेंद्र श्रीवास्तव, शोभा उपाध्याय, प्रियंका सिंह, संतोष कुमार आदि उपस्थित थे.
उधर, बगहा एक बीआरसी में भी नियोजित शिक्षक वेतनमान की मांग के समर्थन में धरना पर बैठे रहे. बगहा एक प्रखंड में धरना की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष राजेश प्रसाद यादव ने किया. जबकि संचालन सचिव तिरेंद्र राम ने किया.
सचिव तिरेंद्र राम ने कहा कि सभी शिक्षक अपनी चट्टानी एकता के साथ समान कार्य समान वेतन के लिए सरकार से लड़ाई जारी रखें. जब तक सरकार शिक्षकों की मांगों को पूरा नहीं करती आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर राजेश सक्सेना, राजेश पासवान, सुमन कुमार , कमलेश दूबे, कामेश्वर यादव, कन्हैया गुप्ता, विनोद कुमार उपाध्याय, शशिकांत चौधरी, शशि रंजन पांडेय, प्रभात राम, गोरख राख, संतोष राम, नवनीत ,प्रीति, ललिता , अंजू , रश्मि कुमारी, वंदना गुप्ता आदि उपस्थित थे.
रामनगर. नियोजित शिक्षकों का समान काम के बदले समान वेतन के लिए किये जा रहे धरना प्रदर्शन का 26 वां दिन आक्रोश पूर्ण रहा. सोमवार को नियोजित शिक्षक महासंघ के करीब आधा दर्जन राज्य व जिला इकाई के प्रतिनिधि रामनगर बीआरसी में धरना पर बैठे शिक्षकों के समर्थन में उपस्थित हुए.
जिससे धरना पर बैठे शिक्षकों में एक नया ऊर्जा दिखा. जिलाध्यक्ष अमित श्रीवास्तव ने कहा कि मंगलवार को नियोजित शिक्षक जिला समाहरणालय के समक्ष एक दिन का उपवास रखेंगे. हालांकि जिला कार्यक्रम को लेकर प्रखंड स्तर पर चल रहे धरना- प्रदर्शन को बाधित नहीं किया जायेगा.
प्रत्येक प्रखंड से कुछ शिक्षक हीं जिला स्तर पर होने वाले कार्यक्रम में भाग लेंगे. उन्होंने बताया कि 5 मई को सामूहिक उपवास, 6 मई को भिक्षाटन, 7 मई को मुख पर काला पट्टी बांध कर वेदना प्रदर्शन, 8 मई को थाली पिटकर अपने पीड़ा का प्रदर्शन, 9 मई को बिहार सरकार की शव यात्रा व 11 मई को नियोजित शिक्षकों द्वारा जेल भरो आंदोलन किया जायेगा.
टीईटी के राज्य प्रांतीय अध्यक्ष धर्मेद्र दूबे ने कहा कि हम सभी अभी तक के धरना- प्रदर्शन में शिक्षक की गरिमा का ख्याल करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांग रखे है. पर सरकार तानाशाही पूर्ण रवैया अपना रही है. हमें अपना धैर्य नहीं खोना है. उन्होंने उन सभी शिक्षक संगठनों का स्वागत किया जो देर से हीं सही पर नियोजित शिक्षकों के समर्थन में उतर खड़े हुए. उन्होंने कहा कि हम सभी शिक्षक है. हमसें हीं संगठन है. हम जहां भी है वहां अपने दायित्व का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक करे. धरना- प्रदर्शन को सचिव मनोज श्रीवास्तव, जिला महासचिव शेख निजामुद्दीन व जिला से आये अन्य प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया.
मौके पर प्रखंड अध्यक्ष पंकज कुमार पाठक, सचिव इफ्तेखार अहमद, सुशील तिवारी, अतिउर रहमान, मृत्युंजय कुमार पाठक, हरिशंकर तिवारी, बेबी कुमारी, रिना सिंह, सविता कुमारी, फैजुल हक, मृत्युंजय पड़ित, विजय कुमार आदि उपस्थित थे.
सभी विद्यालय रहे बंद
प्राथमिक शिक्षक संघ के द्वारा सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के चलते प्रखंड के सभी विद्यालय बंद रहे. विद्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा. नियोजित शिक्षकों के हड़ताल में जाने के बाद प्रखंड के कई विद्यालय बंद हो गये थे. जो खुल भी रहे थे वो भी सोमवार से बंद हो गये.
प्राथमिक शिक्षक संघ के अंचल सचिव श्रीकांत राम व संयुक्त सचिव मनोज कुमार यादव ने बताया कि राज्य इकाई के निर्देश पर सभी शिक्षक हड़ताल पर है. उन्होंने कहा कि संघ की मांग है कि नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्त व सामन काम के बदले समान वेतन की मांग पर सरकार ढुलमुल नीति अपना रही है. जिसके चलते हमारा संगठन हड़ताल पर चला गया. सरकार जब तक हमारी मांगे नहीं मानती है तब तक हड़ताल जारी रहेगा. राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के द्वारा जो निर्णय लिया जायेगा.
वह सर्व मान्य होगा. इधर सभी शिक्षकों द्वारा हड़ताल पर चले जाने के चलते शैक्षणिक कार्य बाधित है. हजारों बच्चों का भविष्य अब सरकार व शिक्षक संगठनों के आपसी लड़ाई के बीच पीस रहा है.
पिपरासी. गंडक पार के सभी नियोजित शिक्षकों के हड़ताल पर अधिकांशविद्यालय तो बंद थे हीं. सोमवार से प्राथमिक शिक्षक संघ के भी हड़ताल पर चले जाने के कारण सभी विद्यालय बंद हो गया है. जिस कारण शिक्षक व्यवस्था बेपटरी हो गयी है. बच्चे इधर-उधर घूमते नजर आ रहे है. आर्थिक स्थिति से ठीक अभिभावक अपने बच्चों का नामांकन दूसरे प्राइवेट विद्यालयों मे करा दिये है. लेकिन गरीब वर्ग के बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गयी है.
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