वीटीआर के मदनपुर वन क्षेत्र में गंडक का कटाव शुरू, मंत्रालय को लिखा गया पत्र
हरनाटांड़ ( पचं) : वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन प्रमंडल दो के मदनपुर वन क्षेत्र के कांटी उपखंड में गंडक का कटाव शुरू हो गया है. पानी कम होने के साथ जंगल का कटाव तेज हो गया है. इससे वन विभाग के अधिकारियों की बेचैनी बढ़ गयी है.
वनकर्मियों की टीम कटाव स्थल पर यह पता लगा रही है कि इससे जंगल के कितने भू-भाग को खतरा है? जानवरों पर इसका क्या असर पड़ेगा? आकलन के लिए जीपीएस सिस्टम की मदद ली जा रही है. जंगल क्षेत्र में कटाव की रफ्तार तेज होने से कीमती पेड़ों के साथ वन्य जीवों पर भी खतरा बढ़ गया है.
कटाव इसी प्रकार होता रहा, तो वन क्षेत्र का बड़ा हिस्सा पेड़-पौधे समेत गंडक में विलीन हो जायेगा. वन क्षेत्र अधिकारी आनंद कुमार ने कटाव की सूचना वरीय अधिकारियों को भेजी है. जीपीएस सिस्टम से जल्द ही प्रभावित क्षेत्र के आकलन की रिपोर्ट भी भेज दी जायेगी. डीएफओ ने बताया गंडक व रहुआ नदी की धारा एक साथ मिल जाने से जंगल पर कटाव पर खतरा बढ़ गया है. जिला पदाधिकारी व राज्य मंत्रालय को भी त्राहिमाम पत्र भेजा जा रहा है.
2016-17 में वन क्षेत्र का 15-20 मीटर भूखंड समा गयी थी धार में
वन प्रमंडल दो के डीएफओ सह उपनिदेशक गौरव ओझा ने बताया कि गंडक का कटाव मदनपुर वन क्षेत्र के जंगल में शुरू हो गया है. इसकी सूचना राज्य वन मुख्यालय समेत पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी को भेजी जा रही है. डीएफओ ने बताया कि कटाव की निगरानी और जानवरों की गतिविधि पर नजर रखने के लिए मदनपुर वन क्षेत्र अधिकारी को जरूरी दिशा निर्देश दिये गये हैं. बताया जाता है कि 2016-17 में भी गंडक नदी के कटाव से 15-20 मीटर के दायरे में जंगल गंडक में विलीन हो गया था.