सरिसवा : ओझा मठिया गांव में गुरुवार को शाम पांच बजे हत्या आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की गई. इसमें स्थानीय आरोपी कृष्णा महतो को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन परिजनों के सामने पुलिस विवश दिखी. आलम था कि परिजनों ने पुलिस से जबरदस्ती हत्या आरोपित को छुड़ा लिया. कृष्णा जब अपने खेत में ट्रैक्टर से जुताई कर रहा था. तब पुलिस ने सादे लिबास में पहुंच उसे गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद थाना की जीप पहुंची और पुलिस ने आरोपी को जीप पर बैठा लिया.
जब इसकी भनक परिजनों को मिली तो वे हरवे हथियार से लैस होकर और केस के अनुसंधानकर्ता केपी यादव से धक्का-मुक्की करते हुए ताजबर्दस्ती कृष्णा महतो को पुलिस के कब्जे से छुड़ा लिये. इस मामले में केस के अनुसंधानकर्ता केपी यादव ने बताया कि उक्त मामला मझौलिया थाना कांड संख्या 459/15 का है. उन्होंने बताया कि ओझा मठिया गांव में स्थित गैरमजरूआ जमीन पर दखल कब्जा के लिए दो समुदायों के बीच पिछले कई वर्षों से हिंसक झड़प होते आ रहा है.
इसमें मामला इतना आगे बढ़ गया कि 2015 में गांव के ही जंग बहादुर साह की हत्या तक हो गई.इसी मामले में कुल सात लोगों को प्राथमिक अभियुक्त बनाया गया था. इसमें से दो अभियुक्तों रोगी मियां एवं नगीना महतो को उम्रकैद की सजा न्यायालय द्वारा सुनाई जा चुकी है. अन्य चार अभियुक्त जमानत पर हैं तथा कृष्णा अभी फरार थे. इनको गिरफ्तार करने के लिए उक्त कार्रवाई की गई. लेकिन ग्रामीणों के सामने प्रशासन की एक न चली एवं अपने जानमाल की रक्षा को देखते हुए पुलिस बल को मजबूरन छोड़ना पड़ा. थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले लोगों की निशानदेही की जा रही है.