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मर्डर की एक भी मिस्ट्री सुलझा नहीं सकी पुलिस

बेतिया : भले ही चरस, आर्म्स व शराब के मामलों में गिरफ्तारियां कर बेतिया पुलिस अपनी पीठ थपथपाने में जुटी हो, लेकिन मर्डर की एक भी मिस्ट्री सुलझाने में पुलिस कामयाब नहीं हो सकी है. कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने सिर्फ शराबियों और जुआरियों को ही सलाखों के भीतर भेजा है. नतीजा इन मामलों […]

बेतिया : भले ही चरस, आर्म्स व शराब के मामलों में गिरफ्तारियां कर बेतिया पुलिस अपनी पीठ थपथपाने में जुटी हो, लेकिन मर्डर की एक भी मिस्ट्री सुलझाने में पुलिस कामयाब नहीं हो सकी है.

कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने सिर्फ शराबियों और जुआरियों को ही सलाखों के भीतर भेजा है. नतीजा इन मामलों के हत्यारे आज भी बेखौफ घूम रहे हैं. जिसे पकड़ना तो दूर उनके बारे में पता लगाने में भी पुलिस नाकाम साबित हो रही है. जांच में जुटी पुलिस या तो इन मामलों को ठंडे बस्ते में डाल चुकी है या फिर शराबियों को पकड़ने से फुर्सत ही नहीं मिल पा रहा है. बीते एक सप्ताह में हुए हत्या के मामलों पर गौर करे तो बीते 26 मई को मझौलिया थाना क्षेत्र के रतनमाला गांव के राम अवतार हजरा(70) की अज्ञात अपराधियों ने गला रेत हत्या कर दी थी. राम अवतार पीडब्लूडी विभाग में आदेशपाल पद से 2013 में रिटायर्ड हुए थे. अपराधियों ने वारदात को अंजाम उस समय दिया था, जब वह सरिसवा से बाजार करके वापस घर लौट रहे थे. घटना के एक सप्ताह बाद भी पुलिस हत्यारों का पता नहीं लगा सकी है.
रामअवतार की हत्या क्यों की गई, यह पता लगाने में भी पुलिस नाकाम दिख रही है. इतना ही नहीं बैरिया के संतघाट में नाइट गार्ड अमरदेव की हत्या के मामले में 4 दिन बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं लग सका है. हत्यारे पुलिस की पकड़ से दूर है. बता दें कि अपराधियों ने अमरदेव यादव की हत्या गला रेतकर उस समय कर दिया था, जब वह रविवार की रात संतघाट पेट्रोल पंप के समीप स्थित बगीचे में रखवाली कर रहे थे. इसी दौरान अपराधियों ने बिस्तर पर ही उनकी हत्या कर दी गई थी. इन दोनों मामलों का पुलिस अभी तक पर्दाफाश नहीं हो सकी है.
30 दिन बाद भी सावेद हत्याकांड में पुलिस के खाली हाथ
बीते एक मई को जमादार टोला के छठवीं के छात्र सावेद का शव उसके घर के पास से एक शौचालय की टंकी में मिला था. इससे दो दिन पहले ही वह अपने घर से गायब हुआ था. हत्यारों ने सावेद की हत्या कर उसकी लाश टंकी में डाल दी थी. इस मामले को हुए एक माह हो चुके है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. परिजनों और मुहल्लेवासियों को यह सवाल अब भी बेचैन किये हुए हैं कि एक मासूम बच्चे की किसी से क्या दुश्मनी हो सकती है?
हत्या की वजह क्या है? ऐसे तमाम सवालों से अब भी पुलिस निरूत्तर है.
प्रकाश हत्याकांड का भी खुलासा नहीं : मुफस्सिल थाना के सिंघाछापर के प्रकाश हत्याकांड में भी पुलिस अभी हवा में ही तीर चला रही है. घटना को हुए 28 दिन हो चुके हैं, लेकिन एक भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. बता दें कि बीते तीन मई को मुफस्सिल थाना के सिंघाछापर के प्रकाश की लाश गांव के समीप गन्ने के खेत में मिली थी. इसकी हत्या गला रेतकर किया गया था. इस मामले का पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर सकी है.
हत्यारे बेखौफ
छात्र सावेद, प्रकाश हत्याकांड, रिटायर्ड पीडब्ल्यूडी कर्मी व नाइट गार्ड के कत्ल के मामलों का नहीं हो सका पर्दाफाश
शराब व चरस तस्करों काे पकड़ पीठ थपथपाने में जुटी पुलिस, हत्या के मामलों का खुलासा नहीं
बेखौफ घूम रहे हैं हत्यारे, मामलों को ठंडे बस्ते में डाल चुकी है पुलिस

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