गौनाहा : घोषित कार्यक्रम के मुताबिक मंगलवार की शाम के सात बजे वाल्मीकिनगर से जंगल के रास्ते लालभितिया पहुंचे मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान उपस्थित कार्यकार्ताओं और ग्रामीणों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया. पुनः लालभितिया से वे 7:30 बजे गेस्ट हाउस मंगुराहा पहुंचे. जहां रोटी नेनुआ व करेला की सब्जी व बैगन की चोखा से नाश्ता किये. पांच घंटों तक जंगल के रास्ते से आने के कारण हारे थके मुख्यमंत्री किसी से भी नहीं मिले.
जबकि जदयू कार्यकर्ता व आम जनता ने अपनी कुछ समस्या को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने के लिए सुबह से ही आंखे बिछाएं उनके आने का राह देख रहे थे. लेकिन थके होने के कारण मुख्यमंत्री किसी से मिलने की बजाये अतिथिगृह में प्रवेश कर गये. जहां रात्रि में विश्राम किया. सुबह के नौ बजे गाड़ियों की बड़े काफिले के साथ मुख्यमंत्री गेस्ट हाउस मंगुराहा से सीधे सोफा मंदिर पूजा करने के लिए पहुंचे. जहां पंद्रह मिनट तक भगवान भोलेशंकर की पूजा अर्चना की. इसके बाद पुनः वापस गेस्ट हाउस पहुंचे तथा नौ बजकर तीस मिनट पर हैलीपैड पहुंचकर सीएम ने गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद वहां से प्रस्थान कर गये.