गौनाहा : जब दिव्यांग अर्जुन कुमार ने पूजा-अर्चना के लिए बुधवार को सोफा मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपनी व्यथा को सुनाया तो उसकी व्यथा सुन वे भावुक हो उठे. पता चला कि अर्जुन गौनाहा प्रखंड के दोमाठ पंचायत अंतर्गत कैरी गांव निवासी स्व. नरेश महतो का पुत्र है. मुख्यमंत्री ने सुना कि जन्म से दोनों हाथों से दिव्यांग होते हुए भी अर्जुन कुमार वर्ग छह का छात्र हैं और वह जीनियस हैं. जबकि तीन साल की अवस्था में ही उसके सर से पिता का साया सदा के लिए उठ गया.
उसके हाथों को सहायता देने वाला छोटा भाई मंकेश कुमार विगत बीस मई को जलावन तोड़ने के क्रम में पेड से गिरने के क्रम में मर गया. अपनी जमीन नहीं होने के कारण रेलवे की जमीन में जंगल के किनारे एक छोटी सी झोपड़ी बनाकर उसकी मां रहती है और मेहनत मजदूरी कर बच्चों के भरण-पोषण के साथ अपना पेट भरती है.
लेकिन सरकार के द्वारा दिव्यांग को अर्जुन को कोई पेंशन नहीं मिल सका है. न ही उसके भाई के मरने का मुआवजा ही मिल पाया है. जन्म से ही दोनों हाथ नहीं होने के कारण वह पैर से ही पढ़ाई-लिखाई के साथ यथासंभव सभी कार्यों का अंजाम देता हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थित डीएम से दिव्यांग अर्जुन को विकलांगता पेंशन देने व अविलंब जांचकर उसके मृत भाई का मुआवजा देने तथा उसके मां को रहने के लिए घर के लिए जमीन देकर घर बनवाने का आदेश जारी किये. मुख्यमंत्री से मिलने के समय में स्थानीय मुखिया अंतिमा देवी तथा जमुनिया मुखिया सुनील गढ़वाल भी मौजूद रहे. अर्जुन की व्यथा सुन इनकी भी आंखें नम हो गई.