बेतिया : सारण न्यायालय के अष्टम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय से निर्गत वारंट पर छावनी निवासी सुनील नट को गिरफ्तारी करने गयी पुलिस टीम पर परिजन व मोहल्ले के लोगों ने हमला बोल दिया. इस दौरान लोगों पुलिस टीम पर रोड़बाजी करते हुए वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. गिरफ्तार करने गये […]
बेतिया : सारण न्यायालय के अष्टम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय से निर्गत वारंट पर छावनी निवासी सुनील नट को गिरफ्तारी करने गयी पुलिस टीम पर परिजन व मोहल्ले के लोगों ने हमला बोल दिया. इस दौरान लोगों पुलिस टीम पर रोड़बाजी करते हुए वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. गिरफ्तार करने गये पुलिस पदाधिकारी से मारपीट भी की गयी. जिसमें जमादार सुरंजन प्रसाद सिंह को भी चोटें आयी. इस बावत जमादार सुरंजन प्रसाद सिंह ने मनुआपुल थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
दर्ज प्राथमिकी में छावनी निवासी सुनील नट, उसके दो भाई संजय नट,मोनू नट के अलावे वकील नट, पूनम देवी सहित दस अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है.
प्राथमिकी में जमादार सुरंजन प्रसाद सिंह ने बताया है कि वे अपने सहयोगी मनोज कुमार के साथ देर शाम गश्ती पर निकले थे. तभी सूचना मिली कि वारंटी छावनी निवासी सुनील नट घर पर है. सूचना के आधार पर जमादार अपने सहयोगी व
बेितया में वारंटी
पुलिस जवानों के साथ सुनील के घर पर छापेमारी करने पहुंचे. पुलिस टीम को देखते ही उसके परिजन व मोहल्ले के लोग रोड़बाजी करने लगे. इस दौरान जमादार घायल हो गये व पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गयी. आखिकार मोहल्लेवासियों के विरोध के कारण पुलिस टीम को पीछे हटना पड़ा. जिसका लाभ उठाकर वारंट सुनील नट फरार हो गया. मनुआपुल थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि जमादार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. सुनील के खिलाफ सारण न्यायालय के अष्टम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय से निर्गत वारंट निर्गत था.वारंटी को गिरफ्तार करने गयी टीम पर हमला किया गया है. हमलावरों को बख्शा नहीं जायेगा. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
हमलावरों ने पुलिस टीम से मारपीट व रोड़ाबाजी की, जमादार घायल, पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त
शहर के मनुआपुल थाना के छावनी मोहल्ले की बतायी जा रही है घटना