बगहा : बगहा प्रखंड 2 में आयोजित पंचायत समिति की बैठक का मुखिया संघ ने बुधवार को बहिष्कार किया. बैठक में शामिल होने के बजाय प्रखंड के सभी पंचायत के मुखिया प्रखंड कार्यालय के सामने इकठ्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया तथा सरकार के विरोध में नारे लगाये. नेतृत्व कर रहे मुखिया संघ के अध्यक्ष रामविलास सिंह ने कहा कि सरकार के तुगलकी फरमान से महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज का सपना मजाक बनकर रह गया है. मुखिया के अधिकारों में कटौती करने के कारण त्रिस्तरीय पंचायती व्यवस्था का कोई मतलब नहीं रह गया है.
जिस प्रकार सूबे के मुख्यमंत्री की जबाबदेही पूरे राज्य के विकास की होती है,उसी प्रकार मुखिया पंचायत का मुख्यमंत्री होता है. लेकिन वर्तमान सरकार मुखिया के अधिकारों में कटौती कर उसकी उपेक्षा कर रही है.जिसके कारण पंचायतों का विकास कार्य बिल्कुल ठप पड़ा हुआ है. प्रदर्शन कर रहे मुखिया नारा लगा रहे थे कि जब तक सरकार उन्हें पूर्ण अधिकार नहीं देती वे सरकार और सरकार की बैठकों का बहिष्कार करते रहेंगे. प्रदर्शन कर रहे लोगों में मुखिया गोरख उरांव, नरेश उरांव, पन्नालाल साह, धुरारी देवी, मालती देवी, ज्ञानु देवी, प्रेमचंद्र तिवारी, शंखधर महतो, बिहारी महतो, सुमन कुमार सिंह, अशोक कुमार आदि प्रमुख हैं.