मधुबन : पूर्वी चंपारण के बनरझूला इस्टवेस्ट कॉरिडोर से शिवहर के रास्ते जयनगर जोगबनी तक बननी वाली एनएच 104 के निर्माण की समयावधि खत्म हो चुकी है,लेकिन सड़क निर्माण अभी तक पूर्ण नहीं हो पाया है.प्रथम चरण में 40 किलोमीटर सड़क बनरझूला फोरलेन से मधुबन भाया शिवहर तक जेकेएम इंफ्रास्ट्रर 108.5 करोड़ के लिये टेन्डर प्राप्त हुआ है.
जिसके कार्य निर्माण की तिथि 28 अगस्त 2014 है.वहीं दो वर्ष के अंदर कार्य निर्माण पूरा करने के लिये 22 अगस्त 2016 की तिथि निर्धारित था.इस अवधि में कार्य निर्माण पूरा नहीं हो पाया है.सड़क निर्माण कार्य भारत सरकार सड़क परिवहन एवं राज मार्ग मंत्रालय करा रही है.आखिर जब समयसीमा खत्म ही हो चुकी है.इसके एनएच क्या कारवाई कर रही है.इस पर सवाल उठाना लाजिमी है.
भू-अर्जन सबसे बड़ी समस्या : सड़क निर्माण में विलंब का कारण सबसे बड़ी समस्या भू-अर्जन बतायी जाती है.जिन किसानो की जमीन अधिग्रहित की गयी है.उनमें से कई जगहों पर भुगतान कतिपय कारणों व रेट को लेकर है.इसके अलावे कुछ जगहो पर कई किसानों की जमीन एनएच में पड़ी है.उस जमीन को भू-अर्जन विभाग द्वारा भू-अर्जित या नोटिफिकेशन नहीं किया गया है.जिससे कुछ जगहो पर निर्माण कार्य पर रोक भी लगायी गयी है.
क्या कहते हैं अधिकारी : एनएच मोतिहारी डिवीजन के कार्यपालक अभियंता शैलेश भारती ने निर्माण में विलंब को लेकर अभी मैटेरियल की समस्या बतायी.जब उनसे समय सीमा समाप्त होने की बात पूछी गयी तो कहा कि हां समय सीमा खत्म हो गया है.समयावधि विस्तार के विभागीय स्तर कार्य हो रहा है.
चकिया से शिवहर 40 किलोमीटर का मामला
चकिया से जयनगर तक बनना है एनएच 104
108.5 करोड़ का आवंटन जेकेएम को मिला है निर्माण के लिए
अपूर्ण सड़क से यात्रियों को हो रही काफी परेशानी
सड़क के अपूर्ण कार्य से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. एक लेयर पीचिंग दो लेन का काम बनरझूला से मधुबन तक हो चुका है.जिसमें दुलमा गांव में भू-अर्जन का रुपया नहीं मिलने के कारण अभी करीब 500 मीटर में निर्माण कार्य रूका हुआ है.वही मधुबन के हरदिया पूल से शिवहर तक अभी तक सड़क निर्माण के अलावे कई पूलों का भी निर्माण अधूरा है.सड़क निर्माण के अधूरा रहने व पूलो की निर्माण कार्य प्रगति पर रहने से छोटी बड़ी सवारी गाडि़यों के अलावे आमलोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.धूल कण के कारण अब रास्ते में अंधेरा भी छाने लगा है.