मोतिहारी : सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात अपराधी व उनसे ताल्लुकात रखने वाले बाहरी बदमाशों पर पुलिस की विशेष नजर रहेगी. इसके लिए एसआइटी का गठन किया गया है. गठित एसआइटी के पदाधिकारियों को वैसे कुख्यात अपराधी जो जेल में रहकर अपराध का संचालन कर रहे है, उनको तथा उनके इशारे पर अपराध करने वाले बदमाशों को चिन्हिंत कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. सेंट्रल जेल में बंद आधा दर्जन अपराधी पुलिस के रडार पर है. पुलिस को शक है कि
जिले में हत्या, लूट व रंगदारी की घटना की प्लानिंग जेल में बनती है. अपराध की प्लानिंग कर जेल में बंद कुख्यात अपराधी अपने सार्गिदों से घटना को अंजाम दिलवाते है. चकिया में जदयू नेता पप्पु कुशवाहा के भतीजा आकाश कुमार की हत्या में भी जेल के अपराधियों का हाथ है. इस घटना के बाद ही वैसे अपराधियों के विरूद्ध ठोस साक्ष्य एकत्र करने के लिए एसआइटी का गठन हुआ है. सदर डीएसपी पंकज कुमार रावत ने बताया कि जेल के कुख्यात अपराधी,
जिनके विरूद्ध अपराध संचालन का साक्ष्य मिलेगा, उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. वैसे अपराधियों को दुरस्त जेल में शिफ्ट किया जायेगा. वहीं उनसे कनसर्निंग बाहरी अपराधियों को गिरफ्तार किया जायेगा. बताते चले कि छह जनवरी की शाम करीब सात बजे बाइक सवार चार अपराधियों ने चकिया के शीतलपुर में जदयू नेता पप्पु कुशवाहा के भतीजे की गोली मार हत्या कर दी थी. अपराधी पप्पु कुशवाहा की हत्या करने आये थे, लेकिन पहचान के अभाव में उसके भतीजा की हत्या कर धमकी भरा परचा फेंक फरार हो गये थे.