परेशानी. पिछले ढाई महीने से एंबुलेंस चालक हड़ताल पर
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मोतिहारी से पटना के लिए सीधी एंबुलेंस सेवा ठप
परेशानी. पिछले ढाई महीने से एंबुलेंस चालक हड़ताल पर प्राइवेट एंबुलेंस चालक कर रहे मरीजों का शोषण मुजफ्फरपुर से आगे बढ़ने पर हो रही चालक की पिटाई मोतिहारी : एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से मोतिहारी-पटना सीधी एंबुलेंस सेवा पिछले ढाई महीने से ठप है. नतीजतन प्राइवेट एंबुलेंस चालकों द्वारा मरीजों का शोषण किया जा रहा […]
प्राइवेट एंबुलेंस चालक कर रहे मरीजों का शोषण
मुजफ्फरपुर से आगे बढ़ने पर हो रही चालक की पिटाई
मोतिहारी : एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से मोतिहारी-पटना सीधी एंबुलेंस सेवा पिछले ढाई महीने से ठप है. नतीजतन प्राइवेट एंबुलेंस चालकों द्वारा मरीजों का शोषण किया जा रहा है. चालकों का कहना है कि यहां से सरकारी एंबुलेंस सीधे पटना या मुजफ्फरपुर जा रही है तो हड़ताल पर बैठे एंबुलेंस चालकों द्वारा पीटा जा रहा है, जिसके कारण कोई भी एंबुलेंस चालक पटना नहीं जा रहे हैं. गत 10 नवंबर को 1099 एंबुलेंस पटना एक मरीज को लेकर गयी थी, जहां उसका अपहरण कर जमकर पिटाई की गयी थी, जिसके भय से कोई भी एंबुलेंस पटना नहीं जा रहा है. नतीजतन प्राइवेट एंबुलेंस चालक मनमाने ढंग से मरीजों से पैसा वसूल रहे हैं.
एंबुलेंस चालकों की है हड़ताल: पूर्वी चंपारण में पिछले 27 अक्तूबर से एंबुलेंस चालकों की हड़ताल विभिन्न मांगों के समर्थन में जारी है, जिसमें मोतिहारी सदर अस्पताल के एंबुलेंस चालक शामिल हैं, जिनमें एफआइआर दर्ज करने की बात पर चार एंबुलेंस चालक काम पर वापस लौट आये. चार नहीं लौटे. इन चारों पर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. इन चार एंबुलेंस चालकों के सहारे सदर अस्पताल के मरीजों को पटना या मुजफ्फरपुर ले जाया जा रहा है.
31 एंबुलेंस हैं पूर्वी चंपारण में: पूर्वी चंपारण जिला में 31 एंबुलेंस चलायमान है, जिनमें 27 एंबुलेंस 27 प्रखंडों में, चार एंबुलेंस मोतिहारी सदर अस्पताल में हैं. एक सांसद कोटा, एक एचपीसीएल, 1099 एवं 102 शामिल हैं. इन्ही के सहारे मरीजों को पटना ले जाया जाता है.
मरीजों का हो रहा शोषण : मोतिहारी से पटना जाने का सरकारी दर है नौ रूपये प्रति किलोमीटर. यहां से अमूमन पटना की दूरी 150 किमी है. उस हिसाब से 1350 रुपया सरकारी भाड़ा लिया जाता है. लेकिन प्राइवेट एंबुलेंस चालकों द्वारा तीन हजार रुपया से लेकर पांच हजार रुपया तक जबरन भाड़ा लिया जाता है. कभी-कभी ऐसा भी होता है कि प्राइवेट एंबुलेंस चालकों द्वारा जबरन पैसा वसूला जाता है. यदि शहर में ही कहीं जाना पड़े तो दोगुणी राशि वसूली जाती है. शहर में कहीं भी जाने पर एंबुलेंस चालकों द्वारा एक हजार से तीन हजार रुपये तक वसूला जाता है.
सदर अस्पताल परिसर में बेकार पड़े एंबुलेंस ़
प्राइवेट एंबुलेंस चालकों के शोषण-दोहन के कारण उन्हें सदर अस्पताल कैंपस से बाहर निकाल दिया गया है.
अमीत अंचल, प्रबंधक, जिला स्वास्थ्य समिति
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