मोतिहारी : मेहसी के मडुआबाद का रहने वाला मुकेश पाठक ने अपनी जान बचाने के लिए हथियार उठाया. उसका फुफेरा भाई सुशील तिवारी डेढ़ लाख में उसकी हत्या का सुपारी ले चुका था. उसको 40 हजार एडवांस भी मिला था. मुकेश की हत्या की सुपारी देने वाला उसका ग्रामीण प्रेमनाथ पाठक था. रंजिश की वजह, शराब व जमीन के कारोबार में मुकेश का पांव जमाना था. प्रेमनाथ पाठक शराब व जमीन का कारोबार करता था.
जब मुकेश ने शराब का ठेका लेने का प्रयास किया तो प्रेमनाथ की आंखों का काटा बन गया. दुश्मनी आर-पार की तब हो गयी, जब प्रेमनाथ की जमीन के कारोबार में मुकेश के पिता ललन पाठक हस्तक्षेप करने लगे. जिस जमीन को प्रेमनाथ खरीदना चाहता था, उस जमीन को ललन पाठक ने खरीद लिया.
हरेक काम में मुकेश व उसके परिवार की दखल अंदाजी प्रेमनाथ को खटकने लगी. यह बात वर्ष 2003 की है. उस समय मुकेश महाराष्ट्र में लेबर सप्लाई करता था. उसके साथ उसका फुफेरा भाई सुशील तिवारी काम करता था. प्रेमनाथ ने सुशील को मुकेश के खिलाफ भड़का कर अपने साथ मिला लिया, उसके बाद डेढ लाख में मुकेश की हत्या के लिए उसको राजी कर लिया. यह खुलासा मुकेश पाठक ने पुलिस के समक्ष किया है.