गड़बड़ी. अधिकारियों ने मैनेज कर लिया था मामला, ड्राइवर के बयान ने बदला खेल
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काली खाद को सफेद करने को चला ड्रामा
गड़बड़ी. अधिकारियों ने मैनेज कर लिया था मामला, ड्राइवर के बयान ने बदला खेल गोपालगंज कटेचा के साकंभ्री इंटरप्राइजेज से खाद लाये जाने की सूचना रक्सौल : छौड़ादानो प्रखंड क्षेत्र के मटर चौक से मंगलवार को बीडीओ अरविंद कुमार गुप्ता पुलिस के साथ सुबह 10 बजे दो ट्रक नकली खाद को जब्त किया, लेकिन बुधवार […]
गोपालगंज कटेचा के साकंभ्री इंटरप्राइजेज से खाद लाये जाने की सूचना
रक्सौल : छौड़ादानो प्रखंड क्षेत्र के मटर चौक से मंगलवार को बीडीओ अरविंद कुमार गुप्ता पुलिस के साथ सुबह 10 बजे दो ट्रक नकली खाद को जब्त किया, लेकिन बुधवार की शाम पांच बजे तक एफआइआर दर्ज नहीं हो सकी. सूत्रों की माने तो मंगलवार को पूरे दिन नकली खाद को असली बनाने का खेल चलता रहा है और इसमें कुछ हद तक कारोबारी और अधिकारियों के बीच सांठगांठ से असली बिल बना दिया गया, लेकिन अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद जिलाधिकारी ने हस्तक्षेप किया और रक्सौल एसडीओ श्रीप्रकाश को छौड़ादानो जाकर मामले की जांच का निर्देश दिया. जहां मैनेज करने वालों की गलती पकड़ी गयी और एफआइआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गयी.
ड्राइवर के बयान से खुलासा: मटर चौक के पास से यूपी नंबर के दो ट्रक जब्त करने के बाद खाद का बिल बीडीओ अरविंद कुमार गुप्ता अपने पास रख लिया. पूछे जाने पर मंगलवार को कहा ड्राइवर के पास बिल नहीं है. खाद संदिग्ध है. सूत्रों की माने तो ड्राइवर के पास से जो बिल मिला था. उस पर साकंभ्री इंटरप्राइजेज कटेचा लिखा था, लेकिन जब जिला कृषि पदाधिकारी को बिल दिया गया तो उसमें छौड़ादानो के दो थोक विक्रेता का बिल दिया गया.
इसमें मिथिलेश कुमार एवं सुनील कुमार का बिल लगा था. जो छौड़ादानो के ही अमित कुमार के नाम से काटा गया था. यानी मामला पूरी तरह से मैनेज कर लिया गया था, लेकिन ट्रक चालक ने जो बयान पुलिस को दिया था. उसमें कहा था कि वह गोपालगंज से खाद लेकर आ रहा था. इस बयान ने स्थानीय अधिकारियों का खेल बिगाड़ दिया. यानी छौड़ादानो के थोक विक्रेता ने छौड़ादानो के ही खुदरा विक्रेता को खाद बेचा और ट्रक चालक गोपालगंज से खाद लेकर चला. बीडीओ अरविंद कुमार गुप्ता से जब पूछा गया कि बिल साकंभ्री इंटरप्राइजेज का था तो उनका जवाब था
कि खाद पकड़ने के बाद पिला रंग का बिल था. जिसे वे ठीक से नहीं देख सके. फिर कहा कि बिल लिफाफा में बंद था. हमने देखा ही नहीं और देखने की फुरसत नहीं मिली. खाद पकड़ने के बाद बीएलओ की महत्वपूर्ण बैठक ले रहे थे और फिर मोतिहारी चले गये. जब उनसे पूछा गया का बिल कृषि विभाग के अधिकारियों को कब दिया गया तो उन्होंने कहा कि रात को नौ बजे. फिर बात टालते हुए उन्होंने फोन काट दिया. सूत्रों का यह भी कहना है कि कृषि विभाग के अधिकारी जब छौड़ादानो पहुंच तो बीडीओ मोतिहारी चले गये. जब वरीय अधिकारियों तक बात पहुंची तो रात में नौ बजे बिल दिया गया.
डीएम ने लिया संज्ञान : जिलाधिकारी से पूरे मामले का संज्ञान लिया और रक्सौल एसडीओ श्रीप्रकाश को पूरे मामले के जांच के लिए बुधवार को छौड़ादानो भेजा. इसके बाद जांच शुरू हुई. तब मामला प्रकाश में आया कि जो बिल लगाया गया है, वह छौड़ादानो का है, लेकिन जैसे ही ड्राइवर का बयान देखा गया तो पूरे खेल का खुलासा हो गया. जिला कृषि पदाधिकारी ओमकार सिंह ने बताया कि जांच पूरी हो चुकी है. प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. एसडीओ श्रीप्रकाश ने कहा कि जांच चल रही है. कार्रवाई अवश्य होगी. उनसे जब गोपालगंज के बिल के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमें भी मालूम चला था कि साकंभ्री इंटरप्राइजेज का बिल था, लेकिन अभी वह बिल देखने को नहीं मिला है. जांच चल रही है.
क्यों आता है यूपी से डीएपी: खाद पर बिहार सरकार का टैक्स अधिक है. जबकि यूपी में कम है. यूपी से डीएपी को गोपालगंज लाया जाता है. वहां पर डीएपी में नकली डीएपी मिलाया जाता है और आसानी से पूर्वी चंपारण में पहुंचा दिया जाता है. पूर्वी चंपारण के खाद माफिया उसे छौड़ादानो, आदापुर, रक्सौल पहुंचा देते हैं. जिसके बाद बॉर्डर पर सक्रिय माफिया डीएपी को नेपाल पहुंचा देते है. सीमा पर खेती के साथ खुलेआम डीएपी और यूरिया अधिकारियों के मिलीभगत से नेपाल पहुंचाते हैं. इतना ही नहीं प्रखंड के किसानों को भी घटिया उर्वरक लेने को मजबूर होना पड़ता है.
छौड़ादानो : गोपालगंज से लाये जा रहे नकली खाद मामले में प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने स्थानीय थाना को आवेदन देकर पांच लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है. जिसमें उक्त उत्तम डीएपी का बिल बनाने वाले थोक विक्रेता मिथलेश कुमार व सुनील कुमार, खुदरा विक्रेता जिन्होंने उर्वरक मंगाया था अमित कुमार व ट्रक संख्या यूपी53टी/9377 के चालक योगेंद्र पटेल व ट्रक संख्या यूपी53टी/9379 के चालक उमेश यादव पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. एसडीपीओ राकेश कुमार ने बताया कि छौड़ादानो थाना कांड संख्या 73/16 दर्ज किया गया है. वहीं जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि खाद गोपालगंज से छौड़ादानो लाया जा रहा था. कालाबाजारी एवं सब्सिडी हड़पने से संबंधी आवेदन पुलिस को दिया गया है.
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