सुगौली में एक बनारसी साड़ी ‘सात फेरे’ पर भारी पड़ गयी. मड़वा में कन्या निरीक्षण के समय बनारसी साड़ी नहीं देख लड़की वाले भड़क गये. कन्यादान से इनकार करते हुए बरातियों को बंधक बना लिया. मान-मनौवल में शादी का शुभ मुहूर्त निकल गया. सुबह फैसला हुआ कि शादी होगी, लेकिन सात फेरे शनिवार को होंगे. तब तक दूल्हा लड़की वाले के घर पर रहेगा. घटना छपरा बहास पंचायत के कैथवलिया गांव की है.
केसरिया थाना के राजेपुर गांव से बिंदा साह के पुत्र संतोष साह की बरात गुरुवार को कैथवलिया गांव आयी थी. कैथवलिया के देवीलाल साह की पुत्री से संतोष की शादी होने वाली थी. धूमधम से बरात दरवाजा लगी. बरातियों का स्वागत हुआ. जयमाल के बाद शादी की रस्म आगे बढी, लेकिन शादी के मंडप में कन्या निरीक्षण के समय लड़के वालों ने उपहार का पिटारा खोला, तो बनारसी साड़ी व अन्य उपहार का सामान नहीं था. यह बात लकड़ी पक्ष वालों को नागवार लगा.
लड़के वालों पर ताना मारने लगे. इसको लेकर विवाद बढ़ गया.गांव वाले इकट्ठा हो गये, उसके बाद दूल्हा सहित उसके पिता व बरातियों को बंधक बना लिया.मुखिया अंगद राय तक बात पहुंची. मुखिया ने लड़की के दरवाजे पर पहुंच मामला शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन बात बरातियों को बंधक से मुक्त करने तक ही बनी. दूल्हा व उसके पिता लड़की वालों के कब्जे में रह गये और बराती लौट गये. विवाद सुलझाने के लिए थाने में खबर की गयी.
पुलिस दोनों पक्षों को थाना लेकर पहुंची. शुक्रवार की सुबह थाना परिसर में पंचायती शुरू हुई. काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच वार्ता चली. थानाध्यक्ष कुमार रौशन की पहल पर दोनों पक्ष शादी के लिए राजी हुए. थानाध्यक्ष ने बताया कि विवाद सुलझ गया है. दोनों पक्ष आपस में मिल गये है