छह माह में नहीं हो सकता झील पथ का सौंदर्यीकरण
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दुकानदारों ने किया विरोध और काम बंद
छह माह में नहीं हो सकता झील पथ का सौंदर्यीकरण झील पथ सौंदर्यीकरण व चौड़ीकरण का कार्य छह माह बाद भी पूरा नहीं हो सका है. अतिक्रमणकारियों के द्वारा काम रुकवाने व प्रशासनिक उदासीनता के कारण योजना पर ग्रहण लगता दिख रहा है. मोतिहारी : शहरी विकास योजना के तहत मोतिहारी गायत्री मंदिर से गांधी […]
झील पथ सौंदर्यीकरण व चौड़ीकरण का कार्य छह माह बाद भी पूरा नहीं हो सका है. अतिक्रमणकारियों के द्वारा काम रुकवाने व प्रशासनिक उदासीनता के कारण योजना पर ग्रहण लगता दिख रहा है.
मोतिहारी : शहरी विकास योजना के तहत मोतिहारी गायत्री मंदिर से गांधी चौक तक झील पथ के सौंदर्यीकरण व पेवर टाइल्स लगाने का काम किया जाना है, लेकिन इसका कार्य शुरू होते ही बंद करवा दिया गया. उक्त योजना करीब डेढ़ करोड़ की है. कार्य की जिम्मेदारी नीरज नामक कार्य एजेंसी को करीब छह माह पूर्व दी गयी थी.
कार्य आरंभ होने के एक माह बाद इस कार्य को पथ के किनारे दुकान लगाने वाले दुकानदारों ने यह कह कर रुकवा दिया कि जब तक उन्हें व्यवसाय करने के लिए प्रशासन की ओर से जगह मुहैया नहीं करवाया जाता, तब तक कार्य नहीं होने दिया जायेगा. इसके बाद से पथ के सौंदर्यीकरण कार्य अधर में लटका है. इधर, विभाग (डूडा) का कहना है कि बगैर दुकान हटाये ही इस कार्य को करना है. इसके
बावजूद विरोध करना गलत है. दुकानदार अपनी मांग नप व प्रशासन से कर सकते हैं. विभाग को तो हर हाल में कार्य करना है.
चौड़ीकरण पर खर्च होने हैं 98 लाख : पथ के दोनों किनारे पर मिट्टी भराई कर वर्तमान स्थिति से 20 फुट चौड़ी सड़क बनानी है. 20 फुट में से 10 फुट में सड़क से सटाकर पेवर टाइल्स लगाया जाना है, ताकि पैदल चलने वाले लोगों को सुविधा मिल सके. शेष भाग में ईंट सोलिंग करना है. इस पर करीब 98 लाख रुपये खर्च का प्रावधान है.
इसके अलावे करीब 50 लाख की लागत से दोनों किनारों पर स्टैंड पोस्ट वाला एलइडी लाइट लगाना है, ताकि रात्रि के समय सड़क पर रौशनी हो और झील सुंदर दिखे. इसके अलावे आकर्षक पौधे व फलदार पौधा भी लगाना है. फव्वारा झील की ओर लगाना है. इन सब कार्यों के लिए राशि स्वीकृत कर एजेंसी को कार्य दे दिया गया है. बावजूद कार्य नहीं हो पा रहा है.
क्या है झील पथ की स्थिति : झील पथ के दोनों ओर बांस-बल्ले का घेरा बना फुटपाथ दुकान का संचालन हो रहा है. कपड़ा के अलावे टोपी, बेल्ट, चाइनिज सामान आदि की दुकानें सुबह से शाम तक गुलजार रहती हैं. ये लोग प्रशासन से उन्हें स्वीकृत वेंडर जोन में बसाने की मांग कर रहे हैं. इधर, नप प्रशासन का कहना है कि प्रशासनिक व कानूनी पेच के कारण वेंडर जोन का मामला फंसा है. समाधान की प्रक्रिया जारी है.
डेढ़ करोड़ की है शहरी विकास योजना शुरू होने के एक माह बाद से ही कार्य ठप
अतिक्रमणकारियों के सामने एजेंसी लाचार
वर्तमान स्थिति से 20 फुट दोनों ओर चौड़ी होनी है सड़क
एलइडी लाइट, फव्वारा व पेवर टाइल्स लगाने की है योजना
कार्य से प्रभावित नहीं होंगे दुकानदार
झील पथ सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू हुआ था. दुकानदारों के विरोध के कारण कार्य रुका है. वरीय अधिकारी स्तर पर वार्ता हुई है. शीघ्र कार्य आरंभ किया जायेगा. अब दुकानदार भी कार्य से प्रभावित नहीं होंगे.
अनिल कुमार, कार्यपालक अभियंता, डूडा, मोतिहारी
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