अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति छात्रवृत्ति योजना में हुए तथाकथित फर्जीवाड़े की जांच होगी. विभाग ने इसकी जांच के लिए टीम गठित कर दी है और राज्य के बाहर के सभी आवेदनों की गहनता से जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
मोतिहारी : अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति के लिए संचालित छात्रवृत्ति योजना में हुए फर्जीवाड़े की जांच होगी. इसके लिए विभागीय कार्रवाई तेज कर दी गयी है और विभाग ने जिला कल्याण पदाधिकारी की अध्यक्षता में जांच टीम गठित कर दी है. टीम में प्रखंड कल्याण पदाधिकारियों के साथ विभाग के अन्य अधिकारियों को शामिल किया गया है. जांच टीम सभी आवेदनों की जांच करेगी और तब राशि भेजने का काम किया जायेगा.
राज्य के बाहर के उस काॅलेजों की भी जांच होगी जहां छात्रों द्वारा पढ़ाई करने से संबंधित कागजात प्रस्तुत किये गये हैं. बुधवार को जिला कल्याण कार्यालय के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लगातार मिल रही शिकायतों को ले विभाग काफी गंभीर है. राज्य के बाहर के करीब 20 हजार आवेदन जिला कार्यालय को प्राप्त हुआ है.
जांच में मिल चुके हैं 27 आवेदन
वित्तीय वर्ष 2013-14 व 2014-15 के लिए राज्य के बाहर से आये आवेदनों की जांच में 27 आवेदन फर्जी मिल चुके है. इन 27 आवेेदकों द्वारा ऐसे काॅलेज व संस्थान का नाम दिया गया था. इसका कोई अता-पता नहीं है. फर्जी पाते ही विभाग ने इन 27 आवेदनों को निरस्त कर दिया और अगली कार्रवाई तेज कर दी.
केवल विकास मित्रों के जांच से नहीं चलेगा काम
छात्रवृत्ति के लिए आये आवेदनों की जांच विकास मित्रों के भरोसे नहीं होगी. विकास मित्रों द्वारा की गयी जांच को संबंधित प्रखंड के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी सत्यापित करेंगे. पूर्व में केवल विकास मित्र ही जांच करते थे और कार्यालय को प्रतिवेदन देते थे. उनके जांच में बड़े पैमाने पर शिकायतें मिली है. अब सिस्टम बदल गया है. नये सिस्टम के अनुसार, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी विकास मित्रों द्वारा किये गये जांच का सत्यापन करेंगे.
कहते हैं अधिकारी
बिना जांच किये राशि नहीं भेजी जायेगी. विभाग इस बाबत काफी गंभीर है और जांच करने के लिए टीम बना दी हैै.
अशोक कुमार नागवंशी, जिला कल्याण पदाधिकारी,मोतिहारी