मोतिहारी : शराब नहीं मिलने से बीमार कुंडवाचैनपुर थाना के दारोगा रघुनंदन घोसरा की पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी. उनका पार्थिव शरीर गुरुवार को पुलिस केंद्र लाया गया, जहां डीएसपी गौरीशंकर सिंह व पुलिसकर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी. दो मिनट का मौन रख कर आत्मा की शांति के लिए […]
मोतिहारी : शराब नहीं मिलने से बीमार कुंडवाचैनपुर थाना के दारोगा रघुनंदन घोसरा की पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी. उनका पार्थिव शरीर गुरुवार को पुलिस केंद्र लाया गया, जहां डीएसपी गौरीशंकर सिंह व पुलिसकर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी. दो मिनट का मौन रख कर आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की.
दारोगा रघुनंदन घोसरा पूर्णिया जिले के बरहरा कोटी थाना अंतर्गत बंगटी गहरा टोला के रहनेवाले थे. वर्ष 1990 से पहले पुलिस विभाग में आरक्षी के पद पर उनकी बहाली हुई थी. शव को उनके पैतृक गांव भेज दिया गया.
बताया जाता है कि दारोगा रघुनंदन घोसरा अत्यधिक शराब पीने के आदी थे. मंगलवार को कोर्ट के काम से सिकरहना अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में आ रहे थे. इस दौरान बेहोश होकर गिर पड़े. उन्हें इलाज के लिए ढाका रेफरल अस्पताल में भरती कराया गया, जहां चिकित्सा प्रभारी आरके झा ने गंभीर हालत देखते हुए उन्हें मोतिहारी रेफर कर दिया.
डॉक्टर ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि शराब नहीं पीने के कारण दारोगा रघुनंदन घोसहा की तबीयत खराब हुई और बेहोश होकर गिर पड़े. सदर अस्पताल के नशामुक्ति केंद्र में उनको भरती किया गया. इसके बाद बेहतर इलाज के लिए डाॅ प्रदीप कुमार ने पटना रेफर कर दिया था.