डीएम व डीएसपी के स्थानांतरण की अधिवक्ताओं ने की मांग
आपात बैठक कर िलया गया निर्णय
मोतिहारी : जिला पदाधिकारी द्वारा बिना किसी केस के अधिवक्ता को थाना पर रोकने, विधिज्ञ संघ के डेलीगेशन से डीएम द्वारा नहीं मिलने व अधिवक्ताओं को आरक्षी उपाधीक्षक द्वारा गाली देने व अभद्र व्यवहार करने के मामले को लेकर सोमवार को अधिवक्ता गण काफी आक्रोशित दिखे.
साढे दस बजे सुबह जिला विधिज्ञ संघ के मेन हॉल में एक अापात बैठक की, तथा सर्वसम्मति से न्यायिक कार्यो का बहिष्कार करने का निर्णय लिया. तत्पश्चात अधिवक्ताओं ने न्यायालय परिसर में पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारे लगाये. संघ ने कार्यपालक न्यायालय के कार्यो का अगले आदेश तक बहिष्कार करने का निर्णय लिया. इस दौरान अधिवक्ता ने डीएम व डीएसपी का स्थानांतरण की मांग कर रहे थे.
विदित हो कि रविवार को सुबह दस बजे चांदमारी निवासी अधिवक्ता कौशल किशोर अपनी अगरवा स्थित खरीदगी जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे थे कि डीएम उन्हें पकड़कर थाना ले गये. जानकारी होने पर संघ के पांच सदस्यीय डेलीगेशन डीएम मिलने गये परंतु डीएम नहीं मिले.
स्थिति का जायजा लेने अधिवक्ता नगर थाना पर पहुंचे कि डीएसपी पंकज रावत अधिवक्ताओं को अभद्र गाली देते हुए मारकर भगाने को कहा. अभद्र व्यवहार से अधिवक्ता आक्रोशित हो गये, जिसके फलस्वरूप न्यायिक कार्य से अलग रहने व अक्रोशित होने को मजबूर होना पड़ा, बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष शेषनारायण कुअंर ने किया.
बैठक को उपाध्यक्ष अजय कुमार, चितरंजन सिंह, अजीत सिंह, मोहमद कासीम, संजय कुमार श्रीवास्तव, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, अशोक कुमार, अजय कमार सिंह, मनोज कुमार तिवारी,नरेंद्र देव, कन्हैया कुमार सिंह, अनिल कुमार सिंह, धनंजय सिंह ने संबोधित किया व प्रशासन के व्यवहार की काफी भर्त्सना की. मौके पर अधिवक्ता रवि रंजन, संजय कुमार, सत्येंद्र मिश्र, आदि सैकड़ो उपस्थित थे.