तरह-तरह की होती रही चर्चाएं
पहाड़पुर : प्रखंड कार्यालय से रिश्वत लेते गिरफ्तार प्रधान लिपिक अमरनाथ राय के निगरानी टीम के कब्जे में आने के बाद प्रखंडकर्मी ही नहीं, अंचल कर्मी सहित उपस्थित सैकड़ों लोग सख्ते में आ गये. बताते चले कि गिरफ्तारी के बाद निगरानी टीम ने श्री राय को अपने साथ पटना ले गयी.
वहीं प्रखंड मुख्यालय में खड़े लोग तरह-तरह की चर्चाएं करने लगे. बताते चले कि आंवेदनकर्त्ता सिसवा कान्ही टोला निवासी जफीर मियां पूर्व में भी अपने मृत पिता को दो बार मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करा चुका था, जिसे प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा निरस्त कर दिया गया, जिसकी जांच सांख्यिकी पदाधिकारी आशुतोष कुमार मिश्रा द्वारा किया जाना था लेकिन श्री मिश्रा के स्थानांतरण के बाद जांच अपूर्ण रह गया.
इस दौरान पंचायत सचिव वृजबिहारी मिश्र के उपर मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए दबाब बनाया जा रहा था, जिसपर पंचायत सचिव श्री मिश्रा ने जांच कर नकारात्मक जांच रिपोर्ट प्रखंड कार्यालय को सौंप दिया.
प्रखंड मुख्यालय में एकाएक सन्नाटा छाने के बाद बीडीओ रविरंजन का कहना था कि एक तो पहले से ही प्रखंड कार्यालय में कर्मियों की कमी थी और अब प्रधान लिपिक की गिरफ्तारी के बाद प्रखंड कार्यालय कर्मी विहिन हो गया. बताते चले कि निगरानी टीम ने 2013 में पहाड़पुर थाने के जमदार ओंकारनाथ सिंह को उनके आवास से पांच हजार रूपया रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. पुन: पहाड़पुर की यह घटना दूसरी है.