मधुबन (पू.चं.) : राजेपुर थाना क्षेत्र के मोहमदपुर सागर गांव मे रविवार की रात डकैतों ने गृहस्वामी को बंधक बनाकर 50 हजार रुपये नगद सहित पांच लाख के जेवर व सामान लूट लिये. घटना को अंजाम देकर जाते समय डकैतों ने गृहस्वामी संजय तिवारी को गोली मार दी.
एक गोली सीने में लगी व दूसरी गोली उनके दाहिने हाथ में लगी. जख्मी हालत में परिजनों ने इलाज के लिये मुजफ्फरपुर स्थित मां जानकारी अस्पताल में भरती कराया, जहां उनकी हालत सामान्य है. घटना की सूचना पर डीएसपी विजय कुमार, राजेपुर शेष पेज 15 पर
राजेपुर में पांच
थानाध्यक्ष राजीव कुमार रजक व इंस्पेक्टर शिवमुनी प्रसाद ने गांव जाकर घटनास्थल का जायजा लिया. घटना रात्रि के 11.30 बजे के बीच बतायी जा रही है.
भाई के आवाज पर खोला दरवाजा
घायल संजय तिवारी ने बताया कि रात दस बजे परिजन सोने गये थे. उनके बड़े भाई मृत्युंजय तिवारी घर के बाहर वाले कमरे में सोने चले गये. करीब 11.30 बजे दो दर्जन की संख्या में हथियारों से लैस डकैतों ने घर पर धावा बोला. इस दौरान संजय के बड़े भाई मृत्युंजय तिवारी, मवेशी के बगल वाले कमरे में बाहर सो रहे थे. डकैतों ने पहले मृत्युंजय को कब्जे मे लेकर घर का मुख्य दरवाजा खोलवाने के लिये दवाब बनया. विरोध करने पर जान मारने की धमकी दी. इसके बाद मृत्युंजय ने दरवाजा खोलने के लिये आवाज लगायी. आवाज पर संजय ने खुद दरवाजा खोला. दरवाजा खुलते ही दस की संख्या में डकैत घर के अंदर प्रवेश कर गये. बूढी मां नगीना देवी, मृत्युंजय व उनकी बहू प्रिया को एक कमरे में बंद कर दिया. डकैतों ने बारी-बारी से तीन कमरों में रखे पेटी व ट्रंक आदि में रखे सोने व चांदी के जेवर समेत कीमती सामान लूट लिये. सामान लूटने के बाद डकैतों ने उन्हें अलग बुलाया और दो गोली मार दी. गोली उन्हें दाहिने कंधे व हाथ में लगी है. इसके बाद वह चलते बने. परिजन घायल अवस्था में संजय को आनन-फानन में मुजफ्फरपुर लेकर आये.
घटना के बाबत पकड़ीदयाल डीएसपी विजय कुमार ने कहा कि मामले की तहकीकात की जा रही है. घटना को लेकर पुलिस को अभी तक आवेदन नहीं मिला है. घटनास्थल का जायजा लिया गया है.
एक मई को मृत्युंजय के बेटे ही हुई थी शादी
गत एक मई 2015 को बड़े भाई मृत्युंजय के बड़े बेटे आकाश भार्गव की शादी हुई थी. जिसमें तीन लाख के जेवरात खरीदे गये थे. इसके साथ ही बहू के कीमती कपड़े भी खरीदे गये थे. सभी सामान बहू प्रिया के कमरे में थे.
डकैतों ने सबसे पहले प्रिया के कमरे में ही लूटपाट की थी. संजय तिवारी ने बताया कि घर में खेती करने के लिये 50 हजार रुपये भी रखे थे, जिसे डकैतों ने लूट लिया. उन्होंने कहा कि घर के बाहर एक दर्जन से अधिक डकैत मौजूद थे. जबकि दस की संख्या में डकैत घर के अंदर लूटपाट मचा रहे थे. इस दौरान घर के किसी सदस्य ने विरोध नहीं किया था, बावजूद डकैतों ने गोली मार दी.