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घरों व दफ्तरों से घंटों बाहर रहे लोग
फिर शनिवार को लोगों ने भूकंप का झटका महसूस किया और सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे. भूकंप का झटका 12:30 से 1:30 के बीच लोगों ने तीन बार महसूस किया. सर्वप्रथम 12:30 में आयी भूकंप करीब 35 से 40 सेकेंड तक रहा, जबकि दूसरी बार 20 सेकेंड व तीसरी बार 10 सेकेंड तक लोगों […]
फिर शनिवार को लोगों ने भूकंप का झटका महसूस किया और सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे. भूकंप का झटका 12:30 से 1:30 के बीच लोगों ने तीन बार महसूस किया. सर्वप्रथम 12:30 में आयी भूकंप करीब 35 से 40 सेकेंड तक रहा, जबकि दूसरी बार 20 सेकेंड व तीसरी बार 10 सेकेंड तक लोगों ने भूकंप का झटका महसूस किया.
भूकंप के दौरान भागने के क्रम में कई लोगों को हल्की चोटे आयी और वे घायल हो गये. लोग गिरते पड़ते सुरक्षित स्थानों की तलाश करते देखे गये. घरों में कामकाजी महिलाएं भी भूकंप का एहसास होते ही घरों से बाहर निकल गयी.
इस दौरान घर से बाहर खड़े लोग चिल्लाकर एक दूसरे को भूकंप की सूचना देते हुए लोगों से घर से बाहर निकलने की अपील करते रहे. शहर के मुख्यपथ, नागा रोड़, मौजे, ब्लॉक रोड़, स्टेशन परिसर में अपने काम को लेकर पहुंचे लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागते दिखे.
वहीं बाजार के बैक रोड़, लोहापट्टी रोड़, सोनरपट्टी रोड़ में स्थित बड़े-बड़े घरों की क्या महिला-युवतियां और क्या बच्चे व बूढ़े सभी अपनी जान की सलामती के लिए सुरक्षित स्थानों के लिए दौड़ते देखे गये. करीब चार घंटे तक लोग घरों से बाहर रहे और स्थिति सामान्य महसूस होने पर अपने-अपने घरों को पहुंचे. वहीं भूकंप के दौरान बैक में राशि निकासी व जमा के लिए पहुंचे लोगों में भी भगदड़ की स्थिति रही. अमूमन बैकों में ग्रील एक से डेढ़ फिट खुली रहती है, जिसको लेकर लोगों को निकलने में भारी परेशानी हुई.
वहीं भूकंप का एहसास होने पर बैक अधिकारी ने गार्ड से पूरी गेट को खोल देने की बात कहीं. जिसके बाद स्थिति को काबू में किया जा सका. वहीं शहर के विभिन्न विद्यालयों में भी भूकंप का एहसास होने पर छात्र-छात्रओं को एक-एक कर कमरों से बाहर निकाला गया और उन्हें सुरक्षित जगह खेल के मैदान में एकत्रित किया गया. इसके बाद बारी-बारी से सभी बच्चों को सुरक्षित उनके घरों को भेज दिया गया.
भूकंप के बाद शहर के सभी बैक व विद्यालय के साथ-साथ कोचिंग संस्थानों को बंद कर दिया गया. वहीं बाजारों में भी भूकंप के बाद सन्नाटा देखा गया. इस संबंध में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रोजेक्टर ऑफिसर विशाल वासवानी ने दूरभाष पर बताया कि लोग अफवाहों पर ध्यान नहीं दे. 48 घंटों तक ऑफ्टर सॉक आते रहेंगे.
उन्होंने बताया कि भूकंप में उन्हीं को परेशानी होगी, जिनके घर इस भूकंप में क्रेक हो गये हैं या क्षतिग्रस्त हो गये है. वहीं उन्होंने बताया कि भूकंप की भविष्यवाणी नहीं हो सकती. अगर कोई व्यक्ति इस तरह की बात कहता है तो इसकी सूचना पुलिस को दे.
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