सूरत-ए-हाल. खरीदारी पर 80 लाख रुपये हुए खर्च
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तीन हजार एलइडी खराब
सूरत-ए-हाल. खरीदारी पर 80 लाख रुपये हुए खर्च मोतिहारी : एलइडी लाइट पर लाखों खर्च के बाद भी शहर में अंधेरा पसरा है. रोशनी के लिए वार्डवार लगायी गयी एलइडी लाइट दम तोड़ने लगी है, तो कई वार्ड के मुहल्ले को आज भी रोशनी की तलाश है. वार्डों में लगी अधिकांश एलइडी खराब पड़े है. […]
मोतिहारी : एलइडी लाइट पर लाखों खर्च के बाद भी शहर में अंधेरा पसरा है. रोशनी के लिए वार्डवार लगायी गयी एलइडी लाइट दम तोड़ने लगी है, तो कई वार्ड के मुहल्ले को आज भी रोशनी की तलाश है. वार्डों में लगी अधिकांश एलइडी खराब पड़े है. जबकि एलइडी लगने के महज एक साल भी पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में एलइडी की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगी है. पार्षदों की शिकायत ने यह पुष्ट कर दिया है कि कई वार्ड में पोल पर लगी एलइडी महीनों से खराब पड़ी है. चांदमारी वार्ड 26 के पार्षद रंजू देवी सहित कई पार्षदों ने लाइट नहीं जलने की लिखित शिकायत नप प्रशासन से की है.
गौरतलब हो कि एक आकलन के मुताबिक शहर में लगी पांच हजार में तीन हजार से ज्यादा एलइडी ठप है. इसमें अधिकांश पिछले कई माह से खराब है. वही दूसरी तरफ एलइडी लाइट के वारंटी का समय भी धीरे-धीरे समाप्त होता जा रहा है. जानकारों की माने तो ज्यादातर शिकायत एलइडी कीट की है. बरसात शुरू होने के बाद कीट की तकनीकी खराबी एवं बल्ब फ्यूज के कारण एलइडी एक सप्ताह भी ठीक से नहीं टीक पायी है. एलइडी लाइट लगाने की योजना पर नप प्रशासन 80 लाख रुपये की राशि खर्च कर चुका है. टेंडर के माध्यम से एलइडी लाइट लगाने के लिए एजेंसी का चयन किया गया. निविदा में प्रति एलइडी करीब 19 सौ रुपये की लागत खर्च पर गायत्री इलेक्ट्रॉनिक एजेंसी को लाइट लगाने का ठेका दिया गया. शहर में करीब पांच हजार एलइडी लाइट लगायी गयी है. मुख्य पथ सहित सभी वार्ड में बिजली पोल के खंभे पर लाइट लगाने की योजना थी. जिसमें एजेंसी को लाइट लगा उसकी फोटो ग्राफी के साथ संबंधित वार्ड में लगी लाइट की संख्या के साथ कार्यालय को सूची उपलब्ध कराना था,जिसके बाद लागत की तय राशि एजेंसी को दी गयी.
दो साल है वारंटी
एलइडी की दो साल वारंटी है. एजेंसी को दो साल तक कीट एवं बल्ब सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान की वारंटी पर ध्यान रखना है. मेंटेनेंस एजेंसी के जिम्मे नहीं है. इसमें करीब दस माह बीत चुके है. धीरे-धीरे समय गुजरता जा रहा है. फिर दो साल पूरा होने के बाद एजेंसी भी वारंटी से फ्री हो जायेगी.
बोर्ड की बैठक में उठा था गुणवत्ता पर सवाल
हाल में हुई बोर्ड की बैठक में भी एलइडी लाइट के लिए कई सवाल उठाये गये. पार्षदों ने लाइट की गुणवत्ता की जांच कराये जाने की भी सदन से मांग की थी. वही खराब पड़ी एलइडी की तकनीकी खराबी को दूर को अविलंब दूर करने की मांग रखी. लेकिन बोर्ड बैठक के बाद अबतक कई वार्ड में लाइट ठप पड़ी है, जिसको अबतक ठीक नहीं कराया गया है.
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