बक्सर : कंडक्टर की हत्या के खिलाफ सोमवार को तीसरे दिन भी सड़कों पर यात्री बसों का परिचालन ठप रहा. बसों का परिचालन ठप होने के कारण दूरदराज से आने वाले लोग छोटे वाहनों पर जैसे–तैसे लद कर यात्रा कर रहे हैं. वाहनों का परिचालन नहीं होने से प्रमुख सड़कें विरानगी में डूबी हुई है. वहीं, नगर के जय प्रकाश में सन्नाटा पसर गया है. बस पड़ाव की सभी दुकानें बंद हैं.
उल्लेखनीय है कि पिछले 25 जुलाई को बक्सर से मोहनियां जाने के क्रम में कैमूर के पन्नापुर गांव के समीप शरारती युवकों ने कंडक्टर धीरेंद्र राय की पीट–पीट कर हत्या कर दी थी. इस हत्या के खिलाफ कैमूर और बक्सर के दस मालिकों और कर्मियों की एकता सामने आयी है. बस मालिक और कर्मियों ने चार सूत्री मांगों को लेकर शनिवार से बसों का परिचालन ठप कर दिया.
बसों का परिचालन बंद होने से बक्सर कैमूर, बक्सर–सासाराम, आरा–बक्सर और बक्सर–धनसोई मार्ग पर वाहनों का आवागमन ठप है. इन मार्गो पर चलने वाले छोटे वाहनों पर लोग बिना जान की परवाह किये यात्रा कर रहे हैं. बस मालिकों ने बताया कि मांगों से संबंधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंप दिया गया था, लेकिन प्रशासन ने इस मामले में अब तक कोई ठोस पहल नहीं की है.
एसोसिएशन के अनिल कुमार राय ने बताया कि यदि प्रशासन तीन दिनों के भीतर इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती है, तो बस ऑनर एसोसिएशन के सदस्य परमिट और ऑनर बुक परिवहन विभाग में सरेंडर कर देंगे. इधर, बसों का परिचालन बंद होने से सुदूर गांवों से जिला मुख्यालय आने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गयी है.