बक्सर : चारों धाम की यात्र पर निकले जिले के दर्जन भर लोगों में नौ लोगों की जिंदगी सलामत होने की खबर मिलते ही परिजनों ने राहत की सांस ली है. राजापुर गांव के परिजनों ने कहा कि यह केदार बाबा की कृपा है कि प्राकृतिक आपदा में भी उनके परिजन सही सलामत है.
बक्सर के अलग-अलग गांवों से गये दर्जन भर लोगों का आपदा के बाद पता नहीं चल रहा था. परिजन उत्तराखंड से लेकर हर अधिकारियों के यहां टेलीफोन पर परिजनों के कुशल-क्षेम जानने के लिए बेचैन थे. आपदा में फंसे राजपुर प्रखंड के राजापुर गांव के रामचंद्र उपाध्याय ने दूरभाष पर बताया कि आपदा में जान तो बच गयी, लेकिन जीवन संकट में फंसा हुआ है.
उन्होंने बताया कि गंगोत्री से स्नान करने के बाद वे 40 किलोमीटर जब नीचे आये, तो भीषण प्राकृतिक आपदा ने तबाही मचा दी. इस तबाही में वे गंगोत्री व उत्तरा काशी के बीच पहाड़ियों में फंसे हुए हैं. रास्ता कट गया है. उन्होंने बताया कि यहां 700 से 800 लोग फंसे हुए हैं.
कई लोग बीमार हैं, लेकिन अब तक उन्हें मेडिकल रिलीफ नहीं मिला है. दो दिनों से भोजन, पानी का अभाव बना हुआ है. जान बचाने के लिए लोग नदियों का पानी पी रहे हैं. वह कहते हैं कि जान बच गयी और अब सुरक्षित घर पहुंचने के लिए केदार बाबा से मिन्नत कर रहे हैं.
इधर, कचरियांव के भी बसावन यादव, चतुर्भुज पांडेय, दुर्गावती देवी सहित चार लोगों के सुरक्षित होने की सूचना पर परिवार वालों की चिंता कम हुई है. प्राकृतिक आपदा के दौरान पहाड़ियों में फंसे कपिल उपाध्याय के पुत्र आशीष देव उपाध्याय ने इस संबंध में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने पर प्रभात खबर के प्रति आभार व्यक्त किया.
* गंगोत्री से 40 किलोमीटर नीचे पहाड़ी में फंसे हैं बक्सर के नौ लोग
* पीड़ितों ने कहा दो दिनों से नहीं मिला पानी, भोजन
* बीमार लोगों को अब तक नहीं मिला मेडिकल रिलीफ
* परिजनों के सुरक्षित होने की सूचना पर लोगों ने ली राहत की सांस