डुमरांव : डुमरांव नगर पर्षद कूड़े-कचरे से जैविक खाद बनाने की कार्ययोजना तैयार कर ली है, जो खेतों के लिए सोना साबित होगी. खाद की प्रबंधन और बिक्री के लिए नप ने स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को खाद बेचने की व्यापार से जोड़ने की पहल की है.
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शहर के कचरे से महिलाएं बनायेंगी जैविक खाद
डुमरांव : डुमरांव नगर पर्षद कूड़े-कचरे से जैविक खाद बनाने की कार्ययोजना तैयार कर ली है, जो खेतों के लिए सोना साबित होगी. खाद की प्रबंधन और बिक्री के लिए नप ने स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को खाद बेचने की व्यापार से जोड़ने की पहल की है. मंगलवार को नप प्रशासन ने अपने […]
मंगलवार को नप प्रशासन ने अपने सभागार में समूह के करीब 125 महिलाओं को ट्रेनिंग दी. महिलाओं ने जैविक खाद से जुड़े वैज्ञानिकों के जरिये इसके गुर सीखे और इस खाद को डोर-टू-डोर खपत करने की टिप्स को हासिल किया. नप को इस व्यापार से होने वाली आमदनी से इन महिलाओं को बिक्री के हिसाब से नकद राशि दी जायेगी. महिलाएं इस रोजगार से जुड़कर अपनी आमदनी बढ़ा सकती है.
नप प्रशासन ने बताया कि तीन जगहों पर कूड़ा डंपिंग केंद्र बनाये गये हैं, जिसमें सूखे और गीले कचरे अलग-अलग तरीके से रखे जायेंगे, जिस पर नप प्रशासन ने करीब 7 लाख 50 हजार की राशि खर्च किया है. डंपिंग केंद्रों पर शेड भी लगाये जायेंगे. ताकि बरसात का पानी गड्ढे में प्रवेश न कर सके. मौके पर नप कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार, मिशन प्रबंधक डॉ राजेश कुमार, नौशाद जी, सीआरपी सरोज देवी सहित अन्य मौजूद थे.
40 दिनों में तैयार होगी जैविक खाद : शहर के कचरे को 40 दिनों में जैविक खाद बनाया जायेगा. यह खाद खेतों के लिए काफी उपजाऊ होगा. इसमें जैविक तत्व अधिक होंगे, जिससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनी रहेगी. शहर से उठाये गये कूड़े-कचरे को गड्ढे में डंपिंग किया जायेगा और उसमें विशेष तरह के केमिकल तत्व का मिश्रण किया जायेगा.
केमिकल के पड़ते ही कचरा का तत्व अपने गलन की स्थिति में आ जायेगा और 40 दिनों के अंदर कचरा जैविक खाद के रूप में परिवर्तित होगा. नगर पर्षद कचरे से तैयार जैविक खाद को शहरी किसानों के बीच 2 रुपये प्रति किलो की दर से बिक्री करेगा.
रियायती दर पर जैविक खाद की खरीदारी को लेकर किसानों को जागरूक किया जायेगा. इस खाद से पर्यावरण व आम लोगों के स्वास्थ्य पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा. एक अनुमान के अनुसार 40 दिनों में करीब दस टन जैविक खाद का उत्पादन होगा, जिससे नप प्रशासन को इस अवधि में 20 हजार की राशि आमदनी के रूप में प्राप्त होगी.
महिलाएं करेंगी लोगों को जागरूक
शहर के छह हजार घरों में स्वयं सहायता समूह की महिला टीम अभियान चलाकर घर के महिलाओं को नीले डस्टबीन में गीला कचरा और हरे डस्टबीन में सूखा कचरा रखने के लिए जागरूकता अभियान के तहत जागरूक करेगी. इसके साथ ही आम किसान के परिजनों को भी जैविक खाद की उपलब्धता और इसके फायदे को लेकर संपर्क साधेगी. इस अभियान में महिलाओं की टीम के साथ सिटी मिशन प्रबंधक और नप के कर्मी भी शामिल रहेंगे.
रोजगार से जुड़ेंगी महिलाएं
शहर के कूड़े-कचरे से जैविक खाद बनाने की योजना धरातल पर उतारी गयी है. खाद की बिक्री कर महिलाएं रोजगार से जुड़कर आमदनी करेगी. साथ ही नप का भी आमदनी का जरिया बढ़ेगा. नप इस राशि को शहर के विकास में खर्च करेगा सुजीत कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी नप डुमरांव.
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