चौसा : चौसा बॉर्डर से उत्तरप्रदेश जा रहे ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा सोमवार की रात की गयी कार्रवाई से बिहार व यूपी के बालू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. सोमवार की शाम सदर एसडीएम केके पाठक ने चौसा यादव मोड़ के पास खड़े यूपी जानेवाले ओवरलोडेड बालू लदे सैकड़ों ट्रकों को जब्त कर बालू से संबंधित कागजात मांगे और मानक से ज्यादा बालू लदे होने के कारण जब्त कर लिया. एसडीएम की इस कार्रवाई से ट्रकचालकों में हड़कंप मच गया.
जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह से ही यूपी जानेवाले सैकड़ों ट्रकों की लंबी कतार कर्मनाशा नदी पुल से यादव मोड़ होते हुए चौसा-कोचस मुख्य मार्ग पर मोहनपुरवां गांव तक करीब पांच किलोमीटर तक लगा था. अधिकतर ट्रकों पर बालू लदा हुआ था, जिससे उक्त मार्ग पर वन-वे ट्रैफिक हो गया था और जाम की स्थिति कायम हो गयी थी. इसी दौरान सदर एसडीएम केके पाठक यादव मोड़ पहुंचे और यूपी जाने के लिए कतार में खड़े 180 बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों को जब्त कर लिया और एमवीआई, खनन पदाधिकारी, चौसा सीओ व बीडीओ को निर्देश दिया गया कि सभी ट्रकों की जब्ती सूची तैयार कर सभी पर जुर्माना करें. सभी अधिकारी ट्रकों की सूची तैयार करने लगे जो मध्य रात्रि तक चला.
जब्ती सूचि तैयार कर सभी जब्त ट्रकों को मुफ्फसिल थाने के हवाले कर दिया गया. जिला प्रशासन की उक्त कार्रवाई से बालू माफियाओं में हड़कंप मच गया. एमवीआई ने बताया कि एसडीएम द्वारा 180 ओवरलोडेड ट्रकों को जब्त किया गया है, जिसमें 20 से 25 ट्रक वैसे हैं जो अंडरलोडेड हैं और कुछ में कोयला भी लदा है. जब्त किये गये ओवरलोडेड बालू लदे करीब 150 ट्रकों पर करीब 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. जो ट्रकचालक जुर्माने की राशि जमा किये उन्हें रिलीज भी किया गया. वहीं नयी बालू निति के तहत जिला खनन पदाधिकारी द्वारा भी सभी ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों पर अलग से जुर्माना लगाया गया.