पटना : एससी-एसटी एक्ट में बदलाव का विरोध विपक्षी सदस्यों के अलावा बिहार के सत्ताधारी दलों के सभी दलित और अनुसूचित जाति, जनजाति के विधायक और मंत्री भी कर रहे हैं. उनकी अपील है कि केंद्र सरकार इस बदलाव को देखे और इस पर विचार करे. वहीं सत्ताधारी दल के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही पुनर्विचार याचिका दाखिल कर दी है. इस मसले पर बिहार सरकार में परिवहन मंत्री और जदयू नेता संतोष कुमार निराला ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया कि विधानसभा में मौजूद सभी अनुसूचित जाति और जनजाति के सभी माननीय विधायकों और मंत्रियों विधानसभा की कार्यवाही को रोकने का काम किया. उन्होंने कहा कि जो अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए कानून बना हुआ है. उससे बिल्कुल छेड़छाड़ नहीं हो. उन्होंने कहा कि देश में, जो दलितों पर अत्याचार होता है, उस पर अंकुश लगाने के लिए, जो कानून बना था. उसे यथावत रखा जाये.
परिवहन मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र में स्थित सैकड़ों एकड़ में फैले विनोबा वन के सौंदर्यीकरण की बात भी कही. उन्होंने कहा कि आज ही वह योजना को आगे बढ़ाकर उस वन में एक सामुदायिक भवन का निर्माण करायेंगे. उन्होंने कोरान सराय पंचायत के कचईनियां गांव के रहने वाले उत्साही युवा और समाजसेवी और पत्रकार के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि विनोबा वन में उनके फंड से एक भव्य सामुदायिक भवन का निर्माण कराने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वन के सौंदर्यीकरण की दिशा में वहां के युवाओं द्वारा किया जा रहा प्रयास काफी सराहनीय है. वहां के युवाओं और डुमरांव के साथ आस-पास के कई शिक्षकों की टोली भी उस वन के जीर्णोद्वार में जुटी हुई है. संतोष कुमार निराला ने कहा कि मई से जून के अंत तक सामुदायिक भवन निर्माण का काम पूरा कर लिया जायेगा. सामुदायिक भवन का निर्माण पूरी तरह गुणवत्तापूर्ण किया जायेगा.
संतोष कुमार निराला के इस फैसले के बाद पूरे डुमरांव, राजपुर प्रखंड और कोरान सराय पंचायत में खुशी की लहर दौड़ गयी है. वरिष्ठ शिक्षक राकेश त्रिपाठी, पूर्णानंद मिश्रा, धीरज पांडेय, रवि प्रकाश, उपेंद्र पाठक, संजय सिंह और नवनीत ने निराला को इसके लिए कोटि-कोटि बधाई दी है. वहीं दूसरी ओर शिक्षकों ने कहा कि स्थानीय विधायक सह परिवहन मंत्री के इस कदम की हम भरपूर सराहना करते हुए उन्हें बधाई देते हैं. इससे पूर्व विनोबा वन का जायजा उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, डीजी गुप्तेश्वर पांडेय और भागलपुर रेंज के डीआईजी विकास वैभव भी ले चुके हैं. पूर्व में आये कई मेहमानों ने यह कहा था कि विनोबा वन में मौजूद भगवान विष्णु और शिव-पार्वती की प्राचीन मूर्ति उत्तर गुप्त काल के पहले की हो सकती है. इस वन का पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई होनी चाहिए. यहां प्राचीन अवशेष मिलने की संभावना है. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा की यहां मध्य उत्तर गुप्तकाल की मूर्तियां भी हो सकती हैं. स्थापत्य संरचना के स्तंभ का अवशेष शिव-पार्वती की मूर्ति के रूप में मौजूद हैं. इस ऐतिहासिक वन में बिखरी पड़ी कई चीजें 1300 साल पुरानी हो सकती है.
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