बक्सर : राज्य में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसके बाद भी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में कमी पायी जा रही है. एक तरफ मातृ सुरक्षा को लेकर सरकार काफी गंभीर है. प्रसव के दौरान किसी भी तरह की अनहोनी न हो इसके लिए बार-बार निर्देश दिये जा रहे हैं, लेकिन जिले के सदर अस्पताल में तैनात डॉक्टर अस्पताल में सीजेरियन सुविधा देने की बजाय रेफर करने में विश्वास कर रहे हैं, जिसके कारण गरीब मरीज सीजेरियन के लिए निजी अस्पतालों के चंगुल में फंस जाते हैं.
इसके साथ ही प्रसव के लिए प्रसव वार्ड में एडमिट कुछ मरीज प्रबंधन को बिना किसी सूचना दिये ही गायब पाये जाते हैं. ऐसे मरीजों को अस्पताल के स्टाफ लामा मरीज कहते हैं. लामा मरीजों की संख्या महीने में किये गये सीजेरियन मरीज तथा ऑपरेशन के लिए रेफर किये गये मरीजों की संख्या से ज्यादा है. सदर अस्पाताल में पहले की अपेक्षा स्वास्थ्य सेवा में कमी आ गयी है. स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में जिले के सदर अस्पताल को आइएसओ की सुविधा भी मिली थी. सुविधाओं में कमी की वजह से आइएसओ की सुविधा का रिन्यूवल पिछले साल से नहीं हो सका है, जिसके कारण सदर अस्पताल में सीजेरियन की सुविधा कम रेफर ज्यादा किया गया है.