बक्सर : केंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने पर बक्सर में ‘सबका साथ, सबका विकास’ कार्यक्रम का आयोजन एसजेवीएन की ओर से किला मैदान में सोमवार को किया गया था. कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में कांग्रेस के सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी का नाम नहीं होने के कारण उनके समर्थक नाराज हो गये. उन्हाेंने कार्यक्रम शुरू होने के पहले ही किला मैदान पहुंच कर कई कुरसियां तोड़ डालीं. इसके साथ ही कांग्रेस समर्थकों ने पत्थरबाजी भी की. हाथों में कांग्रेस का झंडे लिये कार्यकर्ता लगभग आधा घंटा उत्पात मचाते रहे. किला मैदान रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल का प्रयोग किया. पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जिसमें दो दर्जन से ज्यादा जख्मी हो गये. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसपी उपेंद्र शर्मा ने किसी तरह मामले को शांत कराया, जिसके बाद कार्यक्रम शुरू हुआ.
एसपी ने कहा कि विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करनेवाले लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. वहीं, भाजपा ने भी इसकी कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है. केंद्र सरकार के कार्यक्रम में सदर विधायक का नाम नहीं होने से नाराज कार्यकर्ता सोमवार की सुबह करीब 40 की संख्या में हाथों में झंडे लिए किला मैदान जा पहुंचे. पहुंचने के साथ ही आयोजन स्थल पर लगीं कुरसियाें को फेंकने लगे.
इस दौरान जब भाजपा के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध करना किया, तो मारपीट पर उतारू हो गये. दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में जम कर मारपीट हुई, जिससे किला मैदान रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह, नेता प्रतिपक्ष बिहार प्रेम कुमार तथा स्थानीय सांसद अश्विनी कुमार चौबे भाग लेनेवाले थे. विवाद के बाद पूरी तरह से पुलिस छावनी में किला मैदान को तब्दील कर दिया गया.
12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी
भाजपा नेता अरविंद कुमार सिंह के बयान पर कांग्रेस के कार्यकर्ता कामेश्वर पांडेय, सिकरौल के मुखिया विभोर रंजन द्विवेदी, रिंकू चौबे सहित 12 अज्ञात लोगों पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.