आरा/ सहार : डॉक्टर नदारद , मरीज बेहाल यह हाल है सहार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का. बुधवार को डॉक्टर की राह देखते देखते मरीज बीना दिखाये ही अपने घर को लौट गये. लेकिन डॉक्टर साहब नहीं आये. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन 100 की संख्या में मरीज दिखाने के लिए आते है. 36 मरीज दूर – दराज से दिखाने के लिए आये थे.
काफी देर तक डॉक्टर के आने का इंतजार करते रहे. इसके बाद मरीज के परिजनों ने जम कर हंगामा किया. जिससे अफरा – तफरी का माहौल कायम हो गया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पीरो में मीटिंग में भाग लेने के लिए गये हुए थे.
ओपीडी में चाहिए 32 तरह की दवा है 27
सहार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी में 32 तरह की दवाएं होनी चाहिए, जबकि 27 तरह की दवाएं ही उपलब्ध है. वहीं इमरजेंसी में 70 प्रकार की दवाएं उपलब्ध है. महंगी दवाएं मरीजों को बाहर से ही खरीदनी पड़ती है. शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है. पीएचसी में चार डॉक्टर है. जबकि एक भी महिला डॉक्टर नहीं है. ऐसे में महिलाओं का ईलाज नर्सों के भरोसे होता है.
बेड के अभाव में फर्श पर ही लिटा दिये जाते है मरीज
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बेड का अभाव है. ऐसे में मरीजों को फर्श पर ही लिटा दिया जाता है. बेड भी काफी पुराने और जर्जर हो चुके है.
क्या कहते हैं मरीज
बुधवार को दिखाने के लिए आये मरीज सोनकेशरी देवी ने बताया कि सुबह से ही लाइन में खड़े है, लेकिन अब तक डॉक्टर नहीं पहुंचे है. वहीं सुशीला देवी ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल सबसे बुरा है. कोई भी डॉक्टर समय से नहीं आते है. मरीजों का यहां समुचित ईलाज नहीं हो पाता है. वहीं सहार की तारा मुन्नी देवी ने बताया कि डॉक्टर कब आयेंगे और जायेंगे इसका कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है. मन मर्जी से चिकित्सक आते और जाते है. अगिला निवासी राजीमा खातून ने बताया कि कई बार बीना दिखाये ही लौटना पड़ता है.