बिहिया : थाना क्षेत्र के जमुआ गांव स्थित महादलित बस्ती में जानेवाले बिजली पोल को तोड़ दिये जाने के मामले को लेकर भाकपा माले के बैनर तले सैकड़ों महादलित महिलाएं व पुरूषों ने सोमवार की सुबह में बिहिया-जगदीशपुर मार्ग को पावर सब स्टेशन के समीप जाम कर दिया़ इस दौरान लोग प्रशासन के खिलाफ आक्रोशपूर्ण नारे लगा रहे थे़.
सड़क जाम होते ही जाम स्थल के दोनों ओर छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतारें लग गयी़ जाम का नेतृत्व कर रहे माले की बिहिया अंचल कमेटी के सचिव उतम प्रसाद ने प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली पोल तोड़े जाने की सूचना कई दिन पहले ही प्रशासन को देकर कार्रवाई करने की मांग की गयी थी, फिर भी प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी़ माले कार्यकर्ता बिजली पोल को पुन:
लगवाने और दोषी लोगों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे़ जाम की सूचना मिलते ही एसडीपीओ द्वारिका पाल व बिहिया थानाध्यक्ष एसके दूबे जाम स्थल पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया किंतु वे अपनी मांगों पर अड़े रहे़ मालूम हो कि बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व भी जमुआ गांव में एक पोल को तोड़ दिया गया था, जिसको लेकर माले द्वारा प्रखंड कार्यालय बिहिया के समक्ष अनिश्चितकालीन अनशन किया था़.
माले के अनशन के बाद जगदीशपुर एसडीएम द्वारा बिजली पोल लगवाने का आश्वासन देकर अनशन समाप्त कराया गया था़ इसी क्रम में दीपावली पर्व के एक दिन पहले दबंगों द्वारा जमुआ के महादलित बस्ती में जानेवाले तीन बिजली पोल को फिर से तोड़ दिया गया़ सोमवार को सुबह सात बजे से माले द्वारा किया गया.
सड़क जाम शाम पांच बजे एसडीएम व एसडीपीओ के आश्वासन के बाद हटा़ माले नेता उतम प्रसाद ने बताया कि अधिकारियों द्वारा तीन दिनों के अंदर पोल लगाने व अन्य कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद जाम समाप्त किया गया़ लगभग 10 घंटों तक सड़क जाम रहने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा़ .