आरा : गोला व्यवसायी कृष्ण कुमार सिंह की हत्या के मामले में गुस्साये लोगों ने अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई करने को लेकर सोमवार को सड़क पर उतर गये. इस दौरान समर्थकों द्वारा आरा-पटना मुख्य राजमार्ग को धरहरा के समीप जाम कर दिया. जाम लगने के कारण दोनों तरफ से गाड़ियों की लंबी कतारें लग गयी थीं. आक्रोशित लोग फरार अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. साथ ही पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई में शिथिलता बरतने का आरोप भी लगा रहे थे.
पूरे घटना की समर्थक सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझा- बुझा रही थी, लेकिन आक्रोशित लोग अपनी मांग पर डटे रहे. लगभग तीन घंटे तक जाम लगा रहा. बाद में एमएलसी अवधेश नारायण सिंह के पहुंचने व समझाने पर आक्रोशित लोग शांत हुए. श्री सिंह ने लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी जायज मांगों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंचाने का काम करेंगे.
इसके बाद आक्रोशित लोग शांत हुए और तब जाकर आवागमन बहाल हुआ. इस दौरान मृतक के भतीजे दिलीप सिंह व उनके समर्थक घटना की साजिशकर्ता डिप्टी मेयर के पुत्र मुन्नू सिंह तथा नइम की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. घटना के दो माह बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा इनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इससे गुस्साये लोग पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठा रहे थे. बता दें कि 2 जुलाई को गोला व्यवसायी कृष्ण कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के बाद काफी हो-हंगामा हुआ था. इस घटना से गुस्साये लोग इस घटना की सीबीआई से जांच की मांग कर रहे थे. पांच अगस्त को पूरे शहर में हजार की संख्या में शामिल लोगों द्वारा आक्रोश मार्च भी निकाला गया था लेकिन सरकार द्वारा उनकी मांगों को अनसुनी कर दी गयी. इसके बाद चार सितंबर को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सांकेतिक जाम किया गया. इस मामले में भलुहीपुर निवासी महेश यादव के बयान पर 10 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी, जिसमें अभी कई नामजद पुलिस की पहुंच से दूर हैं.