भागलपुर: डीएम आदेश तितरमारे ने कहा कि पिछली बार अचानक आयी बाढ़ त्रासदी में अफरा-तफरी हो गयी थी. इस बार त्रासदी के पूर्व ही सभी तैयारी कर लेंगे तो राहत कार्य में परेशानी नहीं होगी. बाढ़ से त्रस्त लोगों को राहत कैंप में हर तरह की सुविधा मिले, इसके लिए व्यापक तैयारी शुरू कर लें. […]
भागलपुर: डीएम आदेश तितरमारे ने कहा कि पिछली बार अचानक आयी बाढ़ त्रासदी में अफरा-तफरी हो गयी थी. इस बार त्रासदी के पूर्व ही सभी तैयारी कर लेंगे तो राहत कार्य में परेशानी नहीं होगी. बाढ़ से त्रस्त लोगों को राहत कैंप में हर तरह की सुविधा मिले, इसके लिए व्यापक तैयारी शुरू कर लें. पिछली बार राहत कैंप की जिम्मेवारी शिक्षक या अन्य सरकारी कर्मी संभाल रहे थे.
इस बार प्रत्येक राहत कैंप को बिहार प्रशासनिक सेवा के अफसर संभालेंगे. उनके जिम्मे खाद्य वस्तुओं की खरीद से लेकर उसके वितरण आदि की पूरी जिम्मेवारी होगी. वह डीआरडीए सभागार में शुक्रवार को बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर सभी विभागों की बैठक कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पिछले बाढ़ की तर्ज पर अंचल वाइज सेक्टर बना हुआ है. इस सेक्टर को लेकर दोबारा से रिपोर्ट बनाना शुरू कर दें. एसडीओ क्षेत्र वाइज निरीक्षण करेंगे और उसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय में भेजेंगे. उनकी रिपोर्ट में डूब क्षेत्र, जर्जर पुल की स्थिति, रास्तों की स्थिति का भी उल्लेख होगा. इसके आधार पर जिला स्तर पर दोबारा बैठक करके एक रणनीति बनायेंगे. उन्होंने बताया कि गंगा का जलस्तर 15 जुलाई के बाद बढ़ता है, जबकि कोसी का तांडव जून खत्म होते ही शुरू होने के आसार रहते हैं.
नवगछिया के इलाके में डूब क्षेत्र के नजदीक अनाज का स्टॉक पहले ही कर लें. इसके लिए एक हजार पैकेट में चूड़ा-गुड़ तैयार करवा लें, ताकि त्रासदी के दौरान काम आ सके. पीडब्लूडी को सभी जर्जर पुल को दुरुस्त करने के लिए कहा, ताकि आवागमन में तकलीफ नहीं हो. उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान जो भी चीज की खरीद होनी है, उसका दर विभागीय नियम के तहत निर्धारित कर लें. बाढ़ के समय जल्दी सामान की खरीद हो सके. मौके पर एसएसपी मनोज कुमार, एसपी नवगछिया पंकज सिन्हा, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, सदर एसडीओ रोशन कुशवाहा, एसडीओ कहलगांव व नगवछिया सहित वरीय उप समाहर्ता इबरार आलम, अमलेंदु कुमार सिंह, डीसीएलआर कहलगांव रवि रंजन के अलावा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि उपस्थित रहे.
10 जून को डीएम करेंगे निरीक्षण: डीएम ने कहा कि बाढ़ पूर्व बांध व अधिक कटाव वाली जगहों को भी दुरुस्त करना होगा. इसके लिए 10 जून खुद लक्ष्मीपुर बांध व इंजीनियरिंग कॉलेज घाट जाऊंगा. सभी तटबंध पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दिया जाये. पिछली बार लक्ष्मीपुर बांध के टूटने से कई इलाके डूब गये थे. खतरनाक घाट पर जन संपर्क फ्लेक्स लगायेंगे, ताकि कोई डूबने की घटना नहीं हो. बांध व कटाव स्थल वाले इलाके के लोगों को एसडीआरएफ की टीम गोताखोर की ट्रेनिंग देंगे. टोला सेवक, इंदिरा आवास सहायक को बाढ़ से निबटने की ट्रेनिंग देंगे. उनके नंबर को कंट्रोल रूम में दिया जायेगा. साथ ही एनजीओ व रेडक्रॉस के सदस्य से भी सहायता ली जायेगी.
मेगा कैंप में रहेंगी सुविधाएं : डीएम ने तीनों अनुमंडल में एक-एक मेगा कैंप को मॉडल बनाने के लिए कहा. बाढ़ के दौरान मुख्यमंत्री सहित अन्य को कैंप का दौरा होने पर कोई कमी नजर नहीं आये. कोशिश किया जायेगा कि अन्य कैंप भी उसी तरह तैयार हो. उन्होंने मोबाइल हेल्थ टीम को दो से तीन शिविर में टैग करने के लिए कहा, ताकि लोगों को त्वरित स्वास्थ्य सुविधा मिल जाये.