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बिजलीकर्मी की मौत हत्या में तब्दील

संशय . बरारी घाट पर पर मंगलवार की शाम बिजली कंपनी का सुपरवाइजर डूब गया था प्रशांत के साथ उसी कंपनी में काम करने वाले दो दोस्त भी नहाने आये थे प्रशांत के परिजनों ने उसके दोस्तों पर ही उसकी हत्या करने का आरोप लगाया था प्रशांत की मौत को हत्या मान उसके दोनों दोस्तों […]

संशय . बरारी घाट पर पर मंगलवार की शाम बिजली कंपनी का सुपरवाइजर डूब गया था

प्रशांत के साथ उसी कंपनी में काम करने वाले दो दोस्त भी नहाने आये थे
प्रशांत के परिजनों ने उसके दोस्तों पर ही उसकी हत्या करने का आरोप लगाया था
प्रशांत की मौत को हत्या मान उसके दोनों दोस्तों को शनिवार को जेल भेज दिया गया
भागलपुर : आखिरकार प्रशांत की मौत को पुलिस ने हत्या मान ही लिया. बिजली कंपनी में सुपरवाइजर मुंगेर निवासी प्रशांत के बारे में बताया गया था कि मंगलवार को बरारी पुल घाट पर नहाने के दौरान वह डूब गया था. उसके परिजन लगातार यह कह रहे थे कि उसकी डूबने से मौत नहीं हुई बल्कि उसके दोस्तों ने ही उसकी हत्या की है. शनिवार को प्रशांत के परिजन बरारी थाना पहुंचे. वहां उन्होंने सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर से मुलाकात की और फिर से अपना पक्ष रखते हुए प्रशांत की मौत को हत्या बताया.
सारी बातें सुनने के बाद प्रशांत के दोनों दोस्त सुदीप मंडल और तापस को जेल भेज दिया गया. प्रशांत के पिता अमूल्य कुमार ने पहले ही पुलिस को दिये बयान में बेटे की हत्या की बात कही थी. उन्होंने प्रशांत के दोस्तों के साथ ही कंपनी के बड़े अधिकारी और अन्य लोगों के भी इस साजिश में शामिल होने की बात कही थी. अमूल्य का कहना है कि प्रशांत का प्रमोशन होने वाला था और कुछ ही दिनों पहले तापस से प्रशांत का किसी बात पर विवाद भी हुआ था. प्रशांत के दोनों दोस्त सुदीप और तापस बंगाल के रहने वाले हैं.
डीएसपी ने आइओ से पूछा प्रशांत को बचाने की कोशिश हुई या नहीं. प्रशांत के परिजनों का कहना है कि अगर वह नहाने के दौरान डूबता तो उसके दोस्त उसे बचाने का प्रयास करते और लोगों से उसे बचाने का आग्रह करते पर ऐसा नहीं हुआ. घाट पर दुकानदारों को भी नहीं पता था कि वहां कोई डूबा है. प्रशांत डूबता रहा और उसके दोस्त चुप रहे. बरारी थाना पहुंचे सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर ने जब केस के आइओ प्रमोद कुमार से पूछा कि प्रशांत के डूबते समय उसे बचाने का प्रयास किया गया या नहीं तो आइओ ने कहा कि वहां किसी को नहीं बताया गया था कि कोई डूब रहा है. ऐसे में संदेह उत्पन्न होना लाजिमी है.
प्रशांत के परिजन भी पुल घाट पर पहुंचे और वहां के दुकानदारों से बात की.
दोस्तों ने कहा हाफ पैंट गंजी में आया था, जबकि पैंट शर्ट और बाइक पर था. प्रशांत की मौत पर उसके दोस्तों के बयान पर संदेह इसलिए भी उत्पन्न हुआ क्योंकि उन दोनों ने पुलिस को बताया कि प्रशांत हाफ पैंट और गंजी पहन कर नहाने आया था जबकि वह पैंट शर्ट पहन कर वहां गया था. बाद में उस बाइक में प्रशांत का पैंट शर्ट बरामद हुआ. प्रशांत के परिजनों का कहना है कि सुदीप और तापस जिस बाइक से प्रशांत को नहाने के लिए लेकर गये थे वह बिना नंबर की बाइक है.
पुलिस की जांच पर उठे सवाल
प्रशांत की मौत डूबने से बताने के बाद उसकी मौत को हत्या मान उसके दोस्तों को जेल भेजने से पुलिस की जांच पर सवाल उठ रहे हैं. सवाल उठ रहे कि सबकुछ सामने होने के बाद भी इस कदम तक पहुंचने में इतनी देरी क्यों
प्रशांत के परिजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाने के बाद और घटनास्थल पर दुकानदारों द्वारा यह बताये जाने के बाद भी कि वहां किसी के डूबने की खबर किसी को नहीं दी गयी, पुलिस चुप क्यों रही
प्रशांत की मौत डूबने से ही हुई थी तो उसके दो दोस्तों को तीन दिनों तक क्यों रोक कर रखा गया
प्रशांत के परिजनाें ने उसके कई अन्य दोस्तों को पूछताछ के पुलिस के समक्ष पेश किया पर पुलिस ने बिना पूछताछ के उन्हें क्यों जाने दिया
केस के आइओ ने इस गंभीर मामले को हल्के में क्यों लिया, प्रशांत के साथ काम करने वाले अन्य दोस्तों से पूछताछ क्यों नहीं की गयी
प्रशांत के एक दोस्त का कहना है कि वह नहाने के लिए जाने को तैयार नहीं था
, उसे जबरदस्ती ले जाया गया, इस बिंदु पर जांच नहीं की गयी
प्रशांत के गंजी और हाफ पैंट में नहाने आने की बात की जांच क्यों नहीं की गयी
प्रशांत का शव पूरी तरह से काला पड़ गया था, इसपर सवाल उठ रहे कि आखिर उसका शव काला क्यों पड़ा.

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