भागलपुर : खेतिहर भूमि ऊंची और नदियां नीची होने के चलते जिले भर में सिंचाई का संकट पहले से है. इसकी थोड़ी-बहुत भरपाई किसान नलकूप से करते हैं. मगर, इस बार उनकी नलकूप नहीं चलेंगे. जिले भर में 50 फीसदी नलकूप बंद पड़े हैं. कोई विद्युत दोष से, तो किसी का मोटर जलने से 217 […]
भागलपुर : खेतिहर भूमि ऊंची और नदियां नीची होने के चलते जिले भर में सिंचाई का संकट पहले से है. इसकी थोड़ी-बहुत भरपाई किसान नलकूप से करते हैं. मगर, इस बार उनकी नलकूप नहीं चलेंगे. जिले भर में 50 फीसदी नलकूप बंद पड़े हैं. कोई विद्युत दोष से, तो किसी का मोटर जलने से 217 नलकूप बंद हैं, जिसमें लगभग 97 नलकूप मरम्मतीकरण के बावजूद चालू नहीं हो सकते. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 445 नलकूप हैं. बंद पड़े नलकूपों में तीन सालों में इक्के-दुक्के ही चालू कराये जा सके हैं.
ऐसी स्थिति में किसानों का चिंतित होना लाजिमी है. अधिकतर नलकूप 20 साल पुराने व खुले में हैं, शरारती तत्वों ने इसके बोरिंग में ईंट-पत्थर डाल दिया है, जिससे वह खराब हो गया है.
तीन सालों से की जा रही चालू कराने की घोषणा : जिले में बंद पड़े नलकूपों को चालू कराने की घोषणा तीन साल से की जा रही है. गरमी के मौसम में जब जल स्तर काफी नीचे चला जाता है, तो पानी संकट के कारण विभाग और जिला प्रशासन के खिलाफ लोग आवाज उठाने लगते हैं. ऐसे वक्त में विभाग और जिला प्रशासन नींद से जागता है और बंद पड़े नलकूपों को चालू कराने के दावे करता है. हाल यह है कि तीन सालों में महज इक्के-दुक्के बंद नलकूप चालू कराये जा सके हैं.
अधिकतर नलकूप 20 साल पुराने और खुले में हैं
उपेक्षा : सरकार के दावे के बावजूद नहीं चालू हो सके बंद नलकूप
पटवन का कोई साधन नहीं दिख रहा है. हर साल खेतिहर भूमि की सिंचाई को लेकर किसान रहते परेशान
बंद पड़े नलकूप को चालू कराने से संबंधित विभागीय निर्देश प्राप्त हुए हैं. डीपीआर मांगा गया है. जो नलकूप असफल हैं, वह तो चालू नहीं होगा. नलकूप को चालू करने का काम दो चरणों में होगा. पहले चारण में मामूली खराब पड़े नलकूप का मरम्मतीकरण किया जायेगा. इसके बाद जिस किसी का बोरिंग खराब होगा, उसका नये सिरे से बोरिंग कर चालू किया जायेगा.
आलोक कुमार, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर.
जिले में नलकूपों की संख्या व स्थिति
नलकूप : 445
सिंचाई : 2835 हेक्टेयर
कार्यरत (बिजली से) : 226
कार्यरत (डीजल से) : 02
बंद (इलेक्ट्रिक फॉल्ट): 14
बंद (इलेक्ट्रिक व मैकेनिकल) : 103
बंद (कई कारणों से) : 03
असफल (मरम्मत के बाद भी चालू नहीं हो सकता) : 97