भागलपुर: खुद का नाम राकेश कुमार बतानेवाला छात्र पहली पाली में इंटर महिला कॉलेज केंद्र पर दूसरे के बदले परीक्षा देते हुए पकड़ा गया और दूसरी पाली में वही छात्र सबौर बालिका उच्च विद्यालय में भी दूसरे के बदले परीक्षा देते धराया. इस घटना ने न सिर्फ पुलिस प्रशासन, बल्कि शिक्षा विभाग की परीक्षा के दौरान गंभीरता बरतने के दावे की हवा निकाल दी है.
सबौर बालिका हाइस्कूल केंद्र पर पकड़े जाने के बाद राकेश कुमार ने बताया कि वह महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी, हरियाणा से एमसीए कर रहा है. उसने खुद को मुरहनहाट का निवासी बताया. इससे पहले इंटर महिला कॉलेज में पकड़े जाने पर राकेश ने बताया था कि वह नाथनगर स्थित फतेहपुर का रहनेवाला है. यह बात उसने लिखित रूप में दी थी, लेकिन आवेदन पर अपना नाम सुमित कुमार और आपका आज्ञाकारी छात्र की जगह अपना नाम राकेश कुमार लिखा था. उसके इस फर्जीवाड़े के बावजूद उसे छोड़ दिया गया और वह फिर वही गुनाह कर बैठा, जो पहली पाली में की थी.
दरअसल राकेश ने गोबिंद कुमार तांती (रामसुंदर हाइस्कूल, रामपुर, रॉल नंबर-1400356) व कृष्ण कन्हैया यादव (गांधी हाइस्कूल, मुरहनहाट, रॉल नंबर-1400542) से परीक्षा में अच्छे अंक से उत्तीर्ण कराने के लिए पैसे लेकर ठेका ले लिया था. गोबिंद कुमार तांती का परीक्षा केंद्र इंटर महिला कॉलेज था और कृष्ण कन्हैया यादव का परीक्षा केंद्र सबौर बालिका हाइस्कूल था. गोबिंद की परीक्षा पहली पाली में और कृष्ण कन्हैया की परीक्षा दूसरी पाली में थी. राकेश पहली पाली में गोबिंद के बदले परीक्षा दे रहा था और पकड़ा गया. इसके बाद इंटर महिला कॉलेज के केंद्राधीक्षक ने उसे मजिस्ट्रेट को सौंप दिया. फिर राकेश दूसरी पाली में सबौर बालिका हाइस्कूल में कृष्ण कन्हैया यादव के बदले परीक्षा देते पकड़ा गया. जाहिर सी बात है कि उसे इंटर महिला कॉलेज में पकड़ने के बाद छोड़ दिया गया. वैसे सबौर बालिका हाइस्कूल में पकड़े जाने के बाद राकेश को एक अन्य के साथ सबौर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.