भागलपुर : लाइसेंस रिन्युअल के चक्कर में सदर हॉस्पिटल स्थित बंद पड़ा अल्ट्रासाउंड सेंटर 55 दिन इंतजार के बाद मंगलवार से खुल गया. इसके खुलने से यहां पर इलाज के लिए आ रही मरीजों को अब बाहर जाकर अल्ट्रासाउंड नहीं करवाना होगा. अल्ट्रासाउंड सेंटर का लाइसेंस रिन्युअल न होने के कारण क्षेत्रीय निदान केंद्र भवन […]
भागलपुर : लाइसेंस रिन्युअल के चक्कर में सदर हॉस्पिटल स्थित बंद पड़ा अल्ट्रासाउंड सेंटर 55 दिन इंतजार के बाद मंगलवार से खुल गया. इसके खुलने से यहां पर इलाज के लिए आ रही मरीजों को अब बाहर जाकर अल्ट्रासाउंड नहीं करवाना होगा. अल्ट्रासाउंड सेंटर का लाइसेंस रिन्युअल न होने के कारण क्षेत्रीय निदान केंद्र भवन में चल रहा अल्ट्रासाउंड सेंटर पर बीते 30 नवंबर को ताला लटक गया था. इस सेंटर पर हर रोज 45 से 50 मरीजों का अल्ट्रासाउंड होता था.
इनमें से सर्वाधिक संख्या गर्भवती महिलाओं की थी. इसके शुरू न होने से यहां के मरीजों को बाहर जाकर अल्ट्रासाउंड कराना पड़ रहा था. अपर स्वास्थ्य निदेशक स्वास्थ्य डॉ ओम प्रकाश प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार की सक्रियता से जल्द से जल्द इस सेंटर को संचालित कराने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी की गयी. अंततोगत्वा मंगलवार को 55 दिन के बाद यह सेंटर शुरू हो गया.
15 फरवरी से शुरू होगा एसएनसीयू ! : सदर हॉस्पिटल स्थित एसएनसीयू (सिक नियाेनेटल केयर यूनिट) तैयार होने के बावजूद अभी भी अपने शुरू होने की राह देख रहा है. सदर हॉस्पिटल प्रशासन ने यहां पर 63 केवीए का ट्रांसफर लगाने के लिए बिजली विभाग (बीडीसीपीएल) को साढ़े तीन लाख रुपये जमा करा दिया है. बिजली विभाग भी दावा कर रहा है कि इसे 10 से 12 दिन में लगा दिया जायेगा. ऐसे में उम्मीद हो चली है कि एसएनसीयू 15 फरवरी से शुरू हो जायेगा.
एक सप्ताह पूर्व बीडीसीपीएल की फ्रेंचाइजी कंपनी को 63 केवीए का ट्रांसफारमर लगाने के लिए साढ़े तीन लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है. इसमें पोलिंग से लेकर वायरिंग आदि का खर्च भी शामिल है.
डॉ संजय कुमार, प्रभारी सदर हॉस्पिटल भागलपुर
रुपये जमा हो चुका है. ट्रांसफारमर के लिए स्टोर को पत्र लिख दिया गया है. 10-12 दिन में एसएनसीयू के लिए ट्रांसफारमर लगा दिया जायेगा.
अंशुमान मिश्र, सहायक अभियंता बीडीसीपीएल