परेशानी. रेशमी नगर के मुख्य बाजार में कई मूलभूत सुविधाएं भी नहीं
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कमाते हैं करोड़ों, शौचालय को तरसें
परेशानी. रेशमी नगर के मुख्य बाजार में कई मूलभूत सुविधाएं भी नहीं भागलपुर : रेशमी शहर के मुख्य बाजार करोड़ों की कमाई करते हैं, लेकिन बड़े-बड़े मार्केट कॉम्पलेक्स में शौचालय तक नहीं है. ग्राहकों ने बताया कि यहां शौचालय नहीं है. आपको या तो छत पर खुले में जाना होगा या फिर गली व दीवार […]
भागलपुर : रेशमी शहर के मुख्य बाजार करोड़ों की कमाई करते हैं, लेकिन बड़े-बड़े मार्केट कॉम्पलेक्स में शौचालय तक नहीं है. ग्राहकों ने बताया कि यहां शौचालय नहीं है. आपको या तो छत पर खुले में जाना होगा या फिर गली व दीवार पर. कई कॉम्पलेक्स का भी यही हाल है. अगर किसी महिला को शौचालय की जरूरत पड़ गयी, तो परेशानी और बढ़ जाती है. मुख्य बाजार शहर की हृदय स्थली है. करोड़ों का कारोबार है, यहां के व्यवसायियों का, पर स्वच्छता शून्य. हम रेशमी शहर को स्मार्ट सिटी के लिए चुने जाने पर खुश हैं, लेकिन बिना स्वच्छता व शौचालय की व्यवस्था के बिना यह संभव नहीं है.
सूजागंज बाजार की गलियों में सड़ांध
सूजागंज बाजार में दिन व दिन अव्यवस्था बढ़ती जा रही है. पार्किंग का अभाव, जर्जर सड़क, जर्जर तार, बारिश में जल जमाव की समस्या व सबसे बड़ी समस्या शौचालय का नहीं होना है. ठंड बढ़ने के साथ ही ग्राहकों की यह समस्या बढ़ गयी है. सूजागंज बाजार में 2000 से अधिक दुकानें है. प्रतिदिन यहां पर हजारों लोग खरीदारी करने आते हैं. यहां यूरिनल की व्यवस्था नहीं है.
ग्राहकों ही नहीं, बल्कि दुकानदारों को भी गली व दीवारों पर लघुशंका करना पड़ता है. इससे बदबू चारों तरफ फैलती है. एक दुकान के एक कर्मचारी ने बताया कि महिलाएं खासकर ठंड के दिनों में अधिक देर खरीदारी करने में नहीं लगाती हैं. सौंदर्य प्रसाधन दुकान में भी महिला कर्मचारी इसलिए नहीं रहना चाहती कि यहां पर सुरक्षित शौचालय नहीं है.
मुख्य बाजार क्षेत्र में महिलाओं के फ्रेश होने के लिए नहीं है कोई व्यवस्था
अव्यवस्थित शौचालय
पेशाब करने के लिए मुख्य बाजार के मध्य क्षेत्र वेराइटी चौक स्थित व्यावसायिक संगठन चेंबर ऑफ कॉमर्स कार्यालय के नीचे बना एकमात्र यूरिनल है, जो देखरेख के अभाव में टूट-फूट गया है. वहां पर लगातार लोगों की भीड़ लगी रहती है. साफ-सफाई के अभाव में आसपास के दुकानदारों को दिक्कतें होती है. एक महिला यूरिनल है भी तो अव्यवस्था के कारण, कोई महिला वहां नहीं जाती. दूसरा यूरिनल दो वर्ष पहले मेयर दीपक भुवानियां द्वारा लोहिया पुल के नीचे स्टेशन परिसर के समीप बनवाया गया था, जो देखरेख के अभाव में केला व अन्य फुटपाथी कारोबारी के अतिक्रमण का शिकार हो गया. तीसरा मारवाड़ी पाठशाला के सामने सुलभ शौचालय है. ग्राहकों का इसका पता भी नहीं चल पाता है. चौथा कोतवाली चौक नया बाजार रोड पर सुलभ शौचालय है, जो मुख्य बाजार से हट कर है. कभी-कभार यह भी बंद रहता है.
रेलवे की खाली जमीन पर लघुशंका के लिए जाते हैं हड़ियापट्टी के दुकानदार
लोहिया पुल के नीचे रेलवे की खाली जमीन में हड़ियापट्टी के दुकानदार लघुशंका के लिए जाते हैं. वहीं विद्यार्थी परिषद कार्यालय के पास एक शौचालय है, लेकिन यहां कम लोग ही जाते हैं. हड़ियापट्टी में 200 से अधिक दुकानदार अपना-अपना कारोबार करते हैं. वहीं सूतापट्टी, कलाली गली व बुधिया गली में लोग दीवार पर ही लघुशंका करते हैं.
रोजाना 20 करोड़ का कारोबार
भागलपुर मुख्य बाजार खलीफाबाग चौक, स्टेशन चौक, वेराइटी चौक, लोहापट्टी, सोनापट्टी, हड़ियापट्टी, मारवाड़ी टोला लेन, एमपी द्विवेदी रोड, गुरुद्वारा रोड, शाह मार्केट आदि क्षेत्रों से रोजाना 15 से 20 करोड़ का कारोबार होता है. ऐसे में यहां पर रोजाना हजारों ग्राहक व कारोबारी भागलपुर बाजार आते हैं, जिन्हें रोजाना इन समस्याओं से जूझना पड़ता है.
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