डीएसओ श्री दर्द ने बताया कि सबौर के मध्य विद्यालय रानी तालाब में एनजीओ द्वारा मध्याह्न भोजन दिया जा रहा है. सातवीं व आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन नहीं देने के बावजूद उपस्थिति बनाकर बिल की निकासी हो रही थी. प्राथमिक विद्यालय रानी तालाब में स्कूल प्रशासन द्वारा ही मध्याह्न भोजन बनवाया जाता है. यहां प्रभारी प्राचार्या नियमित रूप से स्कूल नहीं आती हैं. नियमित रूप से मध्याह्न भोजन नहीं बनता है. लेकिन खाद्यान्न का गलत तरीके से इस्तेमाल हो रहा था. सबौर के ही प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया चौका में एनजीओ द्वारा मध्याह्न भोजन दिया जाता है.
स्कूल प्रधान का कहना था कि मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिलता है. मध्य विद्यालय इंगलिश में मध्याह्न भोजन बनता है, पर मेन्यू के अनुसार नहीं बनता. मध्य विद्यालय रानी तालाब, प्राथमिक विद्यालय रानी तालाब व प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया में स्थित आंगनबाड़ी में खिचड़ी की जांच की गयी. खिचड़ी में दाल नहीं थी, हल्दी डाल कर उसे दाल के स्वरूप बना दिया गया था. पोषाहार में गड़बड़ी की रिपोर्ट की गयी है.
बिहपुर के डीलर कृष्ण मोहन साह की कार्यप्रणाली सही पायी गयी. डीलर सर्वेश कुमार रजक की कार्यप्रणाली में अनियमितता पायी गयी. कई लोगों को राशन दिया नहीं गया, पर फर्जी तरीके से रजिस्टर पर आपूर्ति करने का उल्लेख कर दिया गया था. डीलर पर कार्रवाई के लिए एसडीओ को रिपोर्ट सौंपी गयी है.